जानिए शाहबाज शरीफ के बारे में जो बन सकते हैं पाकिस्‍तान के नए प्रधानमंत्री..

सोमवार को शाहबाज शरीफ ने अविश्‍वास प्रस्‍ताव पेश किया था. शाहबाज इस समय पीएमएल-एन के अध्‍यक्ष हैं.

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शाहबाज शरीफ, पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं

पाकिस्‍तान में इमरान खान (Imran Khan) के नेतृत्‍व वाली सरकार इस समय बड़े संकट से गुजर रही है.यदि इमरान खान अविश्‍वास प्रस्‍ताव (No-confidence motion) में हारते हैं तो नई सरकार का नेतृत्‍व विपक्ष के नेता और पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के शाहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) कर सकते हैं.यह संकेत पाकिस्‍तान पीपुल्‍स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने दिए.  शाहबाज, पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं.  बिलावल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, 'इमरान अब बहुमत गंवा चुके हैं. वे अब पीएम नहीं है. संसद का सत्र कल है. चलिए कल वोटिंग करके मामले को सुलझाते हैं. तब हम पारदर्शितापूर्ण चुनाव और लोकतंत्र की बहाली की यात्रा पर काम कर सकते हैं, तब आर्थिक संकट का दौर खत्‍म होगा.'उन्‍होंने कहा कि शरीफ जल्‍द ही मुल्‍क के प्रधानमंत्री बनेंगे.

सोमवार को शाहबाज शरीफ ने अविश्‍वास प्रस्‍ताव पेश किया था. शाहबाज इस समय पीएमएल-एन के अध्‍यक्ष हैं. उन्‍होंने अपने भाई और अपदस्‍थ पीएम नवाज शरीफ से यह पद संभाला था. भ्रष्‍टाचार के दो मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से नवाज शरीफ इस समय लंदन में रह रहे हैं.  शाहबाज इस समय नेशनल असेंबली (पाकिस्‍तान का निचला सदन) में विपक्ष के नेता हैं. शाहबाज की बात करें तो उनके नाम सबसे लंबे समय तक पंजाब के सीएम रहने का गौरव प्राप्‍त है. वे तीन बार यह पद संभाल चुके हैं. वे पहली बार 1997 में पंजाब प्रोविंस के सीएम बने थे. 1999 के परवेज मुशर्रफ के तख्‍तापलट के बाद उन्‍हें पाकिस्‍तान छोड़ना पड़ा था और आठ साल निर्वासन के सऊदी अरब में गुजारने पड़े थे. 

शाहबाज और उनके भाई वर्ष 2007 में पाकिस्‍तान लौटे और 2008 के चुनावों में पार्टी की जीत के बाद वे फिर (शाहबाज ) फिर पंजाब 2007 में पंजाब के सीएम बने  थे. पंजाब के तीसरी बार सीएम के तौर पर शाहबाज का कार्यकाल 2013 में शुरू हुआ था और 2018 में पीएमएल-एन की हार तक उन्‍होंने पूरा कार्यकाल संभालाा था. 2018 के चुनाव के बाद उन्‍हें विपक्ष का नेता मनोनीत किया गया था.  

शाहबाज के लिए कानूनी मुश्किलें 
दिसंबर 2019 में नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्‍यूरो (NAB)ने मनी लांड्रिंग का आरोप लगाते हुए शाहबाज और उनके बेटे हमजा की 23 संपत्तियों को फ्रीज कर दिया था. उन्‍हें इसी मामले में गिरफ्तार किया गया. अप्रैल 2021 में लाहौर हाईकोर्ट ने उन्‍हें मनी लांड्रिंग मामले में जमानत पर रिहा किया था. 

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