बिल्कुल मंजूर नहीं: रूस के परमाणु बलों को अलर्ट रखने पर अमेरिका की तीखी प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने भी पुतिन के इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा की है.

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अमेरिका ने पुतिन के परमाणु बलों को अलर्ट पर रखने के कदम पर तीखी प्रतिक्रिया दी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

वाशिंगटन:

संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) द्वारा परमाणु बलों को अलर्ट रहने के आदेश को अस्वीकार्य बताया है और कहा है कि यह यूक्रेन पर जारी हमलों को आगे भी सही ठहराने के लिए नई धमकी गढ़ी गई है.

मॉस्को की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अमेरिकी चैनल ABC से कहा, "यह एक पैटर्न है जिसे हमने यूक्रेन संघर्ष के दौरान राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से देखा है. वह आक्रामकता को सही ठहराने के लिए नई-नई धमकियां गढ़ते हैं."

पेंटागन में एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूस के इस कदम को "एस्केलेटरी" कहा, लेकिन यह नहीं कहा कि क्या अमेरिकी परमाणु बलों ने भी प्रतिक्रिया में अपना रुख बदला है या नहीं?

पत्रकारों से बात करते हुए पेंटागन के रक्षा अधिकारी ने कहा कि अमेरिका के पास संदेह करने का कोई कारण नहीं है कि पुतिन की घोषणा वास्तविक है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि इसे कैसे लागू किया जाएगा.

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अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "हम मानते हैं कि यह न केवल उनके लिए एक अनावश्यक कदम है, बल्कि यह एक विघटनकारी कदम है." अधिकारी ने कहा, " यह अनावश्यक है क्योंकि रूस को कभी भी पश्चिम, या नाटो से कोई खतरा नहीं रहा है और निश्चित रूप से यूक्रेन से भी रूस को कोई खतरा नहीं है."

उन्होंने कहा कि रूस का यह कदम विघटनकारी है जो संभावित रूप से फोर्सेज को किसी भी गलत गणना के जरिए बहुत अधिक खतरनाक बना सकता है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने भी पुतिन के इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा की है.

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों के साथ जारी तनाव के बीच रूसी परमाणु प्रतिरोधी बलों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया था. इस बीच यूक्रेन ने बेलारूस की सीमा पर रूस के साथ बातचीत के लिए हामी भर दी है.

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