Ukraine की सेना को ब्रिटेन ने दिए हथियार, "ख़ून-ख़राबा" रोकने को होगी पुतिन से बात

ब्रिटेन ने इससे पहले कहा था कि वो यूक्रेन को हल्के एंटी आर्मर डिफेंसिव हथियार देगा और सेना को ट्रेनिंग भी देगा. साथ ही कहा गया कि ये रणनीतिक हथियार नहीं हैं और केवल आत्मरक्षा के लिए इनका प्रयोग किया जाएगा. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
ब्रिटेन की तरफ़ से यूक्रेन को आत्मरक्षा के लिए हथियार देने की वादा किया गया था
यावोरिव, यूक्रेन:

यूक्रेनी सेना (Ukraine Army) रूसी हमले (Russian Attack) की आशंकाओं के बीच शुक्रवार को ब्रिटेन (UK) के नए हथियारों के साथ अभ्यास किया. ब्रिटेन ने यूक्रेन से वादा किया था कि वो यूक्रेन को हल्के रक्षात्मक हथियारों (Light defensive arms) की आपूर्ती करेगा. यूक्रेनी सेना ने ब्रिटेन की तरफ से दिए गए एंटी टैंक लॉन्चर्स (Anti Tank Launchers) के साथ सैन्य अभ्यास किया. पश्चिमी देश यूक्रेन को रूसी हमले के खिलाफ आत्मरक्षा के लिए तैयार कर रहे हैं. रूस ने पूर्व सोवियत देश यूक्रेन की सीमा पर करीब एक लाख सैनिक तैनात कर दिए हैं.

यूक्रेन नाटो (NATO) में शामिल होना चाहता है जबकि रूस पश्चिमी देशों की तरफ से नई सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहा है जिसे लेकर बात होनी है. 

यह भी पढ़ें: Ukraine-Russia तनाव में रूसी S-400 मिसाइल ख़रीद भारत को पड़ सकती है भारी: अमेरिकी चेतावनी

ब्रिटेन ने इससे पहले कहा था कि वो यूक्रेन को हल्के एंटी आर्मर डिफेंसिव हथियार देगा और सेना को ट्रेनिंग भी देगा. साथ ही कहा गया कि ये रणनीतिक हथियार नहीं हैं और केवल आत्मरक्षा के लिए इनका प्रयोग किया जाएगा. 

Advertisement

ब्रिटेन और अमेरिका ने यूक्रेन को इस महीने हथियारों की आपूर्ती बढ़ा दी है और वहां से अपने राजदूतों को भी वापस बुला लिया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को एक बार फिर रूस के साथ किसी पूर्ण युद्ध की संभावना से इंकार तो नहीं किया अमेरिका और मीडिया पर घबराहट बढ़ाने का आरोप लगाया जबकि सड़कों पर कोई टैंक नहीं हैं.  

Advertisement

उनका यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि नाटो ने रूस की मुख्य सुरक्षा डिमांड नहीं मानी लेकिन वो बातचीच के लिए तैयार हैं.  रूस ने 2014 में यूक्रेन की सरकार के विरोध में उतरे विद्रेहियों का साथ देकर क्रीमिया को यूक्रेन से छीन लिया था. इसमें  करीब 15,000 लोग मारे गए थे.   

Advertisement

इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने यूक्रेन के संकट को हल करने के लिए कूटनीतिक प्रयास भी तेज़ कर दिए हैं. बोरिस जॉन्सन अगले हफ्ते यूक्रेन में "खून-ख़राबा" रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात करेंगे.  

Advertisement

अमेरिका और ब्रिटेन दोनों को लगता है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. जॉन्सन ने चेतावनी दी है कि अगर रूस हमला करता है तो ऐसी तबाही मचेगी जिसमें कोई नहीं जीतेगा. 

Featured Video Of The Day
USHA Silai School कैसे महिलाओं के जीवन में ला रहा है बदलाव? | Kushalta Ke Kadam