रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की तरफ से यूक्रेन (Ukraine) पर सैन्य चढ़ाई का आदेश देने के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि रूस की सेना (Russian Army) यूक्रेन के अहम सैन्य ठिकानों को चुन-चुन कर निशाना (targeting Ukraine's Military infrastructure) बना रही है. रूस के निशाने पर यूक्रेन का इंफ्रास्ट्रक्चर है, एयर डिफेंस फेसिलिटीज़ हैं, मिलिट्री एयफील्ड और सेना के हवाईढ़ांचे को भी रूस अपने हथियारों से निशाने पर ले रहा है. गुरुवार की सुबह पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में मिलिट्री ऑपरेशन के आदेश दे दिए. रूसी सेना अब क्रीमिया के रास्ते यूक्रेन में घुस रही है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को आगाह किया कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास ‘के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे.'
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वहीं अमेरिका ने रूस के इस आदेश की कड़ी आलोचना की है. रूसी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर कहा कि यह हमला बिल्कुल असंगत और बिना उकसावे की कार्रवाई है. अभी बुधवार को ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की ने कहा था कि रूस यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता है ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट कर कहा, "यूक्रेन में हो रहे भयावह घटनाक्रम से स्तब्ध हूं, और मैंने (यू्क्रेन के) राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की से आगे के कदमों पर चर्चा की है..." .
इस बीच, भारत ने UNSC में कहा था कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच शत्रुता पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह एक बड़े वैश्विक संकट में बदल जाएगा. इस वजह से क्षेत्र में गंभीर अस्थिरता कायम हो सकती है. लेकिन अब युद्ध शुरु होने के बाद यूक्रेन का एयरस्पेस बंद कर दिया गया है. एयर इंडिया का जो प्लेन भारतीयों को निकालने के लिए कीव जा रहा था उसे बीच रास्ते में से ही लौटा लिया गया. यूक्रेन के पास रूस के मुकाबले बहुत छोटी सेना और बहुत कम हथियार हैं और रूसी सेननाएं बड़े पैमाने पर यूक्रेन में घुस रहीं हैं.
लेकिन यूक्रेन की तरफ से बड़ा रेजिस्टेंस दिखाया जा रहा है. इससे बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकासान हो सकता है. रूस के हमले पर यूक्रेन के विदेश मंत्री का बयान आया है कि 'पुतिन ने अभी यूक्रेन पर एक बड़ी चढ़ाई शुरू कर दी है. यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहर हमलों का सामना कर रहे हैं. यह एक आक्रामक युद्द है. यूक्रेन खुद की रक्षा करेगा और जीतेगा भी. दुनिया पुतिन को रोक सकती है और उसे रोकना चाहिए. एक्शन लेने का यही वक्त है.'
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने गुरुवार को कहा था कि रूस आने वाले दिनों में "यूरोप में एक बड़ा युद्ध" (War in Europe) शुरू कर सकता है. वहीं युद्ध की आंशकाओं के बीच हाल ही में अमेरिका (US) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने अपने रूसी समकक्ष के साथ होने वाली बैठक रद्द कर दिया था. साथ ही ब्लिंकन ने कहा था कि दुनिया को, रूस (Russia) को उन अपराधों के लिए दंडित करने के लिए अपनी पूरी आर्थिक शक्ति (Economic Power) के साथ जवाब देना चाहिए, जो उसने पहले ही किए हैं या जिन्हें करने की वह योजना बना रहा है.
रूस में लागू आपातकाल
इससे पहले यूक्रेन की संसद ने बुधवार को राष्ट्रीय आपातकाल लागू कर कर दिया था. जिसका उद्देश्य रूसी आक्रमण के खतरे का जवाब देने में मदद करना है. जिस दिन मास्को ने अपने कीव दूतावास को खाली करना शुरू किया, उसी दिन इस उपाय को मंजूरी दे दी गई. कई देशों ने अपने नागरिकों औऱ दूतावास कर्मचारियों को पहले ही यूक्रेन से निकलने के लिए कह दिया था. पिछले कुछ महीनों में रूस ने यूक्रेन को चारों ओर से घेर लिया था और यूक्रेन की सीमाओं पर रूस की लगभग 1,90.000 सेनाएं तैनात थीं. रूस ने जब से बेलारुस के साथ युद्धाभ्यास शुरू किया था तब से अमेरिका कह रहा था कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. लेकिन रूस लगातार इससे इंकार कर रहा था.
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