VIDEO : इजरायल के जिस होटल में रुकी थी NDTV की टीम, उस पर गिरा रॉकेट, बंकर में ली शरण

इजरायल और गाजा के बीच चल रहे युद्ध (Israel Gaza War) से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. एस्केलॉन के जिस होटल में एनडीटीवी की टीम रुकी हुई है वहां रॉकेट से हमला किया गया. रॉकेट हमले में होटल को कुछ नुकसान हुआ है.

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नई दिल्ली:

इजरायल और गाजा के बीच चल रहे युद्ध (Israel Gaza War) से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. इजरायल रिपोर्टिंग के लिए गई एनडीटीवी की टीम (NDTV reporting in Israel) जिस होटल में रुकी थी वहां पर रॉकेट से हमला किया गया.  हालांकि इस हमले में एनडीटीवी के पत्रकार सुरक्षित हैं. हमले के दौरान पत्रकारों ने बंकर में छिपकर अपनी जान बचाई. 

रॉकेट हमले में होटल को कुछ नुकसान हुआ है. इसके परिसर में खड़ी कुछ कारों को भी नुकसान पहुंचने की खबर है. एनडीटीवी क्रू जिस वाहन का उपयोग कर रहा था वह भी क्षतिग्रस्त हो गया है.घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों में परिसर में एक बड़ा गड्ढा, बालकनी में टूटी रेलिंग और लॉबी में मलबा दिखाई दे रहा है. 

गौरतलब है कि इजरायल पर हमास द्वारा किए गए हमले के तुरंत बाद एनडीटीवी की एक टीम ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए इजरायल पहुंची थी. पिछले 4 दिनों से एनडीटीवी लगातार युद्ध क्षेत्र में हो रही घटनाओं को आम लोगों तक पहुंचा रहा है. सोमवार को एनडीटीवी ने एक ग्राउंड रिपोर्ट में दिखाया था कि किस तरह से एस्केलॉन में गाजा की तरफ से लगातार रॉकेट हमले किए जा रहे हैं. 

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युद्ध में अब तक 1600 लोग मारे जा चुके हैं

इजरायल और गाजा के बीच चल रहे युद्ध से नागरिकों का बुरा हाल है. अब तक दोनों तरफ के 1600 लोग मारे जा चुके हैं. वहीं अगर बात इजरायल की करें तो हमलों में 900 के करीब आम नागरिक और सैनिक मारे जा चुके हैं. खौफ का कुछ ऐसा माहौल है कि सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. खुद को सुरक्षित रखने के लिए लोग अपने घरों में छिपे रहने के लिए मजबूर हैं.

हमारी टीम की तरफ से लगातार की जा रही रिपोर्टिंग मे दिखाया जा रहा है कि सड़कें सुनसान दिखाई पड़ रही है. शायद ही कोई वाहन सड़क पर चलता दिखाई दे रहा है. जबकि आमतौर पर यहां का नजारा ऐसा नहीं होता है.

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गाजा में तीन फ़िलिस्तीनी पत्रकारों की हो गई थी मौत 

गाजा शहर के एक बंदरगाह के पास आवासीय इमारत पर हुए इजरायली हवाई हमले में मंगलवार सुबह तीन फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए थे. गाजा की हमास संचालित सरकार के मीडिया कार्यालय के प्रमुख सलामेह मारौफ ने तीनों की पहचान सईद अल-तवील, मोहम्मद सोबोह और हिशाम नवाजाह के रूप में की थी. 

एस्केलॉन के लोगों में असुरक्षा का डर

एक स्थानीय व्यक्ति ने एनडीटीवी को बताया कि 1980 के बाद जो भी घर और रिहायशी इमारतें ऐस्केलॉन में बनी हैं वहां पर सेफ प्लेस यानी कि बंकर बनाना अनिवार्य हो गया है. लगातार बढ़ते हमलों की वजह से हर घर में सेफ हाउस बनाना जरूरी कर दिया गया है. तमाम लोग फिलहाल बंकरों में छिपे हुए हैं. असुरक्षा के डर की वजह से त्योहारी मौसम में भी लोग सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं. 

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गाजा की "पूर्ण घेराबंदी", न खाना न बिजली... "

सोमवार को पीएम नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा करते हुए कहा था कि हमास के आतंकवादियों ने बच्चों को बंधक बना लिया, जला दिया और मार डाला. वे बर्बर हैं. हमास आईएसआईएस है..." इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोमवार को गाजा की "पूर्ण घेराबंदी" का आदेश दिया था.   गाजा पट्टी 365 वर्ग किमी बड़ी और 2.3 मिलियन लोगों का घर है. यह दुनिया का तीसरा सबसे घनी आबादी वाला स्थान है.

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