India Pakistan Tensions: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त फैसलों से पाकिस्तान बुरी तरह से डर के साए में है. पीएम मोदी द्वारा सेना को कार्रवाई की खुली छूट दिए जाने की घोषणा किए जाने के बाद से पड़ोसी देश की बौखलाहट साफ तौर पर देखी जा सकती है. इस विवाद की शुरुआत में पाकिस्तान के कुछ नेताओं ने तो गीदड़भभकी दिखाई थी. लेकिन अब रक्षा मंत्री से लेकर पूर्व विदेश मंत्री तक ने यह कबूल किया है कि पाकिस्तान को आतंकियों को मदद करने का गंदा काम करते रहा है. इस बीच भारत के एक्शन से डरा पाकिस्तान अब दुनिया के अन्य देशों से मदद की गुहार लगा रहा है.
तनाव कम करने के लिए भारत पर दबाव डालने की अपील
चीन, रूस से मदद की गुहार लगा चुका पाकिस्तान अब गल्फ देशों की शरण में भी पहुंच चुका है. शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों से आग्रह किया कि वे भारत पर दक्षिण एशिया में तनाव कम करने के लिए दबाव डाले. एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान में सऊदी अरब के राजदूत नवाफ बिन सईद अल-मलिकी से मुलाकात कर भारत पर दवाब डालने की अपील की है.
पाकिस्तान को सता रहा सैन्य कार्रवाई का डर
बताया गया कि पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से सख्त कार्रवाई के स्पष्ट संकेत मिलने के बाद पाकिस्तान को सैन्य कार्रवाई का डर सता रहा है. हमले के बाद तनाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान ने गुरुवार को चीन सहित कई मित्र देशों से बातचीत की थी ताकि परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच तनाव कम करने के उपायों में उनका सहयोग लिया जा सके.
पाकिस्तान ने सऊदी अरब सहित कई गल्फ देशों से मांगी मदद
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में भी कहा गया कि प्रधानमंत्री शहबाज ने क्षेत्र के वर्तमान राजनीतिक माहौल पर अन्य देशों के साथ अपनी बातचीत जारी रखी. शुक्रवार को पाकिस्तान में सऊदी अरब के राजदूत नवाफ बिन सईद अल-मलिकी के साथ हुई मुलाकात के बारे में पीएमओ के बयान में कहा गया, "उन्होंने सऊदी अरब समेत भाईचारे वाले देशों से क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए भारत पर दबाव बनाने का आग्रह किया. उन्होंने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान की इच्छा दोहराई."
राजदूतों से सामने रोया आतंकवाद के निंदा की बात
पहलगाम की घटना के बाद गल्फ देशों के राजदूतों मिलते हुए पाकिस्तान ने आतंकवाद की निंदा करने की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले कई वर्षों में अपने आतंकवाद विरोधी प्रयासों में बहुत बड़ी कुर्बानियाँ दी हैं. यह न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया की रक्षा के लिए किया गया था." उन्होंने बिना किसी सबूत के पहलगाम की घटना से पाकिस्तान को जोड़ने वाले "निराधार भारतीय आरोपों" को सिरे से खारिज कर दिया और घटना की पारदर्शी और तटस्थ अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए अपना आह्वान दोहराया.
चीन के राजदूत से भी मिले थे शहबाज शरीफ
इसके अलावा शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान में चीन के राजदूत जियांग जैदोंग से भी मुलाकात की और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर चर्चा किया. सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को पाकिस्तान में चीनी दूतावास द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति का हवाला देते हुए कहा कि जियांग ने गुरुवार को शरीफ से मुलाकात की तथा भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने के चीन के अपने आह्वान को दोहराया.