घाना की संसद में बोले PM मोदी- आपके प्रसिद्ध अनानास से मीठी है घाना-भारत की दोस्ती

घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करते हुए मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है.

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  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए लोकतंत्र की महत्ता पर जोर दिया है
  • उन्होंने घाना और भारत की दोस्ती का उल्लेख करते हुए एक करोड़ 40 लाख भारतीयों की शुभकामनाएं दीं
  • मोदी ने घाना की पहचान को उसके लोगों की गर्मजोशी से जोड़ा, न कि केवल उसके संसाधनों से
  • उन्होंने वैश्विक शासन में सुधार की आवश्यकता और बदलती परिस्थितियों का उल्लेख किया
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घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करते हुए मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है. घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना को प्रसारित करती है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए लोकतंत्र महज एक व्यवस्था नहीं है. यह हमारे मौलिक मूल्यों का हिस्सा है.

पीएम मोदी ने जैसी ही घाना की भाषा में नमस्ते कहा, तालियां गूंज गईं. पीएम मोदी ने घाना और भारत की दोस्ती का जिक्र किया. उन्होंने कहा कहा वह दुनिया के सबसे बड़े बड़े लोकतंत्र के 1 करोड़ 40 लाख लोगों की शुभकानाएं लेकर आए हैं. उन्होंने कहा कि घाना की धरती सोने के लिए जानी जाती है. घाना की यह पहचान इसके लिए नहीं है कि उसकी धरती के अंदर क्या है, यह उसके लिए है कि यहां के दिल के अंदर क्या है.

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हमारी दोस्ती घाना के अनानास से भी ज्यादा मीठी

प्रधानमंत्री मोदी ने घाना की यात्रा के दौरान अनानास का जिक्र किया है. उन्होने कहा कि हमारी दोस्ती घाना के अनानास से भी ज्यादा मीठी है.

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'यह कितना सुखद संयोग...'
घाना की संसद में PM मोदी ने कहा कि कितना सुखद संयोग है कि भारत के कई गौरव भरे क्षण में अफ्रीका जुड़ा हुआ है. जब भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड किया, तो उस दिन भी मैं अफ्रीका में था और आज जब एक भारतीय Astronaut मानवता के लिए स्पेस स्टेशन में Experiments कर रहा है, तो भी मैं अफ्रीका में हूंं.

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'मैं फिर कहता हूं, 2,500 राजनीतिक दल'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में 2,500 से ज़्यादा राजनीतिक दल हैं. मैं फिर कहता हूं, 2,500 राजनीतिक दल हैं, जिनमें से 20 अलग-अलग दल विभिन्न राज्यों पर शासन करते हैं. हमारे यहां 22 आधिकारिक भाषाए और हज़ारों उप-बोलिया हैं. यह विविधता ही वह कारण है जिसके कारण भारत आने वाले लोगों का हमेशा खुले दिल से स्वागत किया जाता है.

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'घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता'
घाना की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता है, न केवल आपकी धरती के नीचे छिपी हुई चीज़ों के लिए बल्कि आपके दिल में मौजूद गर्मजोशी और ताकत के लिए भी.

घाना की संसद में पीएम मोदी ने कहा, 'कल शाम का अनुभव बहुत ही मार्मिक था, मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति जॉन महामा से राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करना सम्मान की बात है. भारत के 1.4 अरब लोगों की ओर से मैं इस सम्मान के लिए घाना के लोगों को धन्यवाद देता हूं.

कल शाम एक बहुत ही मार्मिक अनुभव था : PM मोदी
PM मोदी ने कहा कि जब हम घाना को देखते हैं, तो हम एक ऐसे राष्ट्र को देखते हैं जो साहस के साथ खड़ा है. एक ऐसा राष्ट्र जो हर चुनौती का सामना गरिमा और शालीनता के साथ करता है. समावेशी प्रगति के प्रति आपकी प्रतिबद्धता ने वास्तव में घाना को पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए प्रेरणा का केंद्र बना दिया है. दोस्तों, कल शाम एक बहुत ही मार्मिक अनुभव था. आपका राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करना एक बहुत बड़ा सम्मान है, और मैं इसे हमेशा संजो कर रखूंगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बदलती परिस्थितियों के कारण वैश्विक शासन में विश्वसनीय और प्रभावी सुधारों की आवश्यकता है. प्रौद्योगिकी में क्रांति, ग्लोबल साउथ का उदय और जनसांख्यिकी में बदलाव इसकी गति और पैमाने में योगदान दे रहे हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनी विश्व व्यवस्था तेजी से बदल रही है. हमने अपने संबंधों को व्यापक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सम्मानित सदस्यगण, भारत और घाना के इतिहास में औपनिवेशिक शासन के निशान हैं. लेकिन हमारी आत्मा हमेशा स्वतंत्र और निडर रही है. हम अपनी समृद्ध विरासत से शक्ति और प्रेरणा प्राप्त करते हैं. हमें अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक और भाषाई विविधता पर गर्व है. हमने स्वतंत्रता, एकता और गरिमा पर आधारित राष्ट्रों का निर्माण किया है. हमारे संबंधों की कोई सीमा नहीं है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मुझे एक दूरदर्शी, एक राजनेता और घाना के एक प्यारे बेटे - डॉ. क्वामे नक्रूमा को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सम्मान मिला. उन्होंने एक बार कहा था, 'जो ताकतें हमें एकजुट करती हैं, वे अंतर्निहित हैं और उन आरोपित प्रभावों से कहीं ज़्यादा बड़ी हैं जो हमें अलग रखती हैं.' उनके शब्द हमारी साझा यात्रा का मार्गदर्शन करते हैं. उनका सपना एक लोकतांत्रिक गणराज्य का था जो मज़बूत संस्थाओं पर आधारित हो. सच्चा लोकतंत्र चर्चा और बहस को बढ़ावा देता है . यह लोगों को एकजुट करता है.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली शताब्दी में बनाई गई संस्थाएं प्रतिक्रिया देने में संघर्ष कर रही हैं. बदलती परिस्थितियां वैश्विक शासन में विश्वसनीय और प्रभावी सुधारों की मांग करती हैं. वैश्विक दक्षिण को आवाज दिए बिना प्रगति नहीं आ सकती. हमें काम करने की जरूरत है. यही कारण है कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान, हमने इस दृष्टिकोण के साथ काम किया. एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य.

घाना की संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने जलवायु परिवर्तन से निपटने और संधारणीय जीवन को बढ़ावा देने के लिए मिशन लाइफ, पर्यावरण के लिए जीवनशैली की शुरुआत की है. यह समावेशी भावना एक स्वस्थ ग्रह के लिए वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड और वन वर्ल्ड, वन हेल्थ जैसी हमारी वैश्विक पहलों को शक्ति प्रदान करती है. इसके बाद, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सौर ऊर्जा और संधारणीयता को प्रोत्साहित करता है, अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट गठबंधन वन्यजीवों की रक्षा के लिए काम करता है और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन का लक्ष्य स्वच्छ जैव ईंधन को आगे बढ़ाना और कार्बन उत्सर्जन को कम करना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम पहले से ही वैश्विक विकास में लगभग 16% योगदान दे रहे हैं. हमारा जनसांख्यिकीय लाभांश फलदायी साबित हो रहा है. भारत में अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. भारत एक नवाचार और प्रौद्योगिकी केंद्र है, जहां वैश्विक कंपनियां जुड़ना चाहती हैं. हमें दुनिया की फार्मेसी के रूप में जाना जाता है. आज, भारतीय महिलाएं विज्ञान, अंतरिक्ष, विमानन और खेल में आगे हैं.
 

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