प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान के साथ बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर शनिवार को चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि दोनों देश अपनी मुद्राओं में व्यापार शुरू करने पर सहमत हुए हैं. यूएई के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मोदी ने कहा कि पिछले साल व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर के बाद से भारत-यूएई व्यापार में 20 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार के लिए शनिवार को हस्ताक्षरित समझौता दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग और आपसी विश्वास को दर्शाता है. दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार पर यूएई के साथ समझौते से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से हमेशा भाई का प्यार मिला. उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति से कहा, ‘‘जिस तरह से हमारे देशों के बीच संबंधों का विस्तार हुआ है, उसमें आपका बहुत बड़ा योगदान है. भारत का हर व्यक्ति आपको एक सच्चे दोस्त के रूप में देखता है.''
उन्होंने यह भी कहा कि यूएई में आयोजित होने वाले सीओपी-28 की तैयारी यूएई के राष्ट्रपति के नेतृत्व में की जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस साल आयोजित होने वाले सम्मेलन में भाग लेने का मन बना लिया है.
पीएम मोदी का राष्ट्रपति भवन ‘कसर अल वतन' में पारंपरिक स्वागत किया गया. यहां यूएई के राष्ट्रपति ने उनकी आगवानी की. प्रधानमंत्री ने यहां सलामी गारद का निरीक्षण भी किया. इस दौरान बच्चे अपने हाथों में तिरंगा लिए हुए थे.
दोनों देशों के बीच आर्थिक भागीदारी को नई गति देने वाले वृहद आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर कोविड-19 महामारी के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे. भारत और यूएई व्यापार, निवेश, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, फिनटेक, रक्षा, सुरक्षा और लोगों के बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बना रहे हैं.
पीएम मोदी ने यूएई की यात्रा पर रवाना होने से पहले गुरुवार को एक बयान में कहा था, ‘‘मैं अपने मित्र शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात करने के लिए उत्साहित हूं.'' उन्होंने कहा था, ‘‘दोनों देश व्यापार, निवेश, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, फिनटेक, रक्षा, सुरक्षा और लोगों के बीच परस्पर मजबूत संबंधों जैसे व्यापक क्षेत्रों में सक्रिय हैं.''
पीएम मोदी ने ‘COP28' के नामित अध्यक्ष डॉ सुल्तान अल जाबेर से की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘कॉप-28' की यूएई की अध्यक्षता के दौरान भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. पीएम मोदी ने यूएई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन ‘COP28' के नामित अध्यक्ष डॉ सुल्तान अल जाबेर के साथ शनिवार को सार्थक बातचीत की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूएई में होने वाले ‘कॉप28' के नामित अध्यक्ष एवं अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी के ग्रुप सीईओ डॉ सुल्तान अल जाबेर के साथ सार्थक बैठक की. '' उन्होंने कहा, ‘‘ डॉ. जाबेर ने प्रधानमंत्री को आगामी ‘कॉप-28' के बारे में जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ‘कॉप-28' की यूएई की अध्यक्षता के दौरान भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.''
पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया- ''कॉप28 के नामित अध्यक्ष डॉ सुल्तान अल जाबेर के साथ बहुत सार्थक बैठक हुई. हमारी चर्चा सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर केंद्रित थी. इस दिशा में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला गया, विशेष रूप से मिशन LiFE पर हमारे जोर पर.''
वर्ष 2023 का संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन या कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज ऑफ द यूएनएफसीसी को सामान्य तौर पर ‘कॉप-28' के रूप में जाना जाता है, जिसका आयोजन 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक दुबई में होगा. वर्ष 1992 में पहला संयुक्त राष्ट्र जलवायु समझौता होने के बाद से इस सम्मेलन का आयोजन वार्षिक रूप से होता है.
बाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया- एक महत्वपूर्ण यात्रा समाप्त हुई. उन्होंने पीएम मोदी के दौरे को लेकर विदेश सचिव विनय क्वात्रा का वीडियो संदेश भी शेयर किया.
संयुक्त अरब अमीरात में प्रवासी भारतीय समुदाय सबसे बड़ा जातीय समुदाय है और देश की कुल आबादी में उसकी तकरीबन 30 फीसदी हिस्सेदारी है. संयुक्त अरब अमीरात के रिकॉर्ड के अनुसार, 2021 में देश में प्रवासी भारतीय नागरिकों की संख्या लगभग 35 लाख थी.