'तालिबान ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ा' : अफगानिस्‍तान के मसले पर पाकिस्‍तान के PM इमरान का अजीबोगरीब बयान

तालिबान ने रविवार को राजधानी काबुल पर कब्‍जे के साथ ही पूरे अफगानिस्‍तान को अपने नियंत्रण में कर लिया है, इसके बाद कट्टरपंथियों की वापसी को लेकर वे चिंताएं फिर बढ़ गई हैं जिसके अंतर्गत कई वर्ग, खासकर महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और विवाह के हक से वंचित कर दिया गया था.

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पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान ने तालिबान के अफगानिस्‍तान पर नियंत्रण को लेकर रिएक्‍शन दिया है

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने  अफगानिस्‍तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के नियंत्रण को 'गुलामी की जंजीरों से मुक्ति' बताया है. गौरतलब है कि पाकिस्‍तान समर्थित संगठन तालिबान ने रविवार को राजधानी काबुल पर कब्‍जे के साथ ही पूरे अफगानिस्‍तान को अपने नियंत्रण में कर लिया है, इसके बाद कट्टरपंथियों की वापसी को लेकर वे चिंताएं फिर बढ़ गई हैं जिसके अंतर्गत कई वर्ग, खासकर महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और विवाह के हक से वंचित कर दिया गया था. शिक्षा के माध्‍यम के रूप में अंग्रेजी और संस्‍कृति पर प्रभाव के मसले पर बात करते हुए इमरान ने कहा, 'आप दूसरों की संस्‍कृति को  ग्रहण करते हैं और मनोवैज्ञानिक रूप से उसी के अधीन होते जाते है. जब ऐसा होता है तो याद रखिए यह वास्‍तविक गुलामी से भी बदतर है. सांस्‍कृतिक दासता की जंजीर को निकाल फेंकना कठिन होता है. अफगानिस्‍तान में जो कुछ फिलहाल हो रहा हैं, उन्‍होंने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ दिया है. '

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गौरतलब है कि युद्धग्रस्‍त अफगानिस्‍तान में इस समय दहशत का माहौल है, तालिबान ने रविवार को मुल्‍क की राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया. एक तरह से अब पूरे अफगानिस्‍तान पर तालिबान का नियंत्रण स्‍थापित हो चुका है.  अफगानिस्तान पर अब पूरी तरह से तालिबानियों की हुकूमत है. हालत यह है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पड़ोसी देश ताजिकिस्तान में शरण ले चुके हैं. तालिबान के हथियारबंद सदस्यों के राष्ट्रपति कार्यालय (presidential palace) पर नियंत्रण स्थापित कर लेने की तस्वीरें भी सामने आई थीं. तालिबान के काबुल पर कब्‍जे के बाद अफरातफरी की स्थिति है और लोग खौफ के कारण देश छोड़ रहे हैं. एक न्‍यूज रिपोर्ट के अनुसार,  राजधानी काबुल के एयरपोर्ट पर जुटी हजारों की भीड़ के बीच मची भगदड़ के कारण 5 लोगों को जान गंवानी पड़ी है. हर कोई हर हालत में विमान में घुसना चाह रहा था. दरअसल, सोमवार को हजारों की संख्‍या में लोग देश छोड़ने के लिए एयरपोर्ट और उसके आसपास एकत्र हो गए थे. सोमवार सुबह काबुल एयरपोर्ट पर हजारों के हुजूम के बीच हंगामा हो गया, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अमेरिकी फौज ने हवा में गोलियां दागनी पड़ी.

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अफगानिस्तान में तेजी से बदलते हालात पर "गहरी चिंता" व्यक्त करते हुए, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रविवार को तालिबान और अन्य सभी पक्षों से "अत्यंत संयम" बरतने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जीवन की रक्षा करें और सुनिश्चित करें कि मानवीय जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने भी अफगानिस्‍तान के संकट पर चिंता जिताई है. 

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