ईरान में पाकिस्तान के हमले के बाद प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने अपने दावोस दौरे में कटौती का फैसला लिया है. ये जानकारी पाकिस्तान सरकार की तरफ से दी गई है. बता दें कि दावोस में इन दिनों विश्व आर्थिक मंच की पांच दिवसीय बैठक चल रही है, लेकिन दूसरी तरफ पहले ईरान ने पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक की उसके बाद पाकिस्तान ने ईरान में हमला (Pakistan Iran Attack) कर दिया. इस हमले को देखते हुए पीएम काकर ने अपने दौरे में कटौती का फैसला किया है.
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पाकिस्तान PM के दावोस दौरे में कटौती
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "उन्होंने मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए अपनी यात्रा में कटौती करने का फैसला किया है."पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में 'आतंकी ठिकानों' पर सैन्य हमले किए, जिसमें सात लोगों के मारे जाने की खबर है. बलूचिस्तान में ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले को देखते हुए पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत वापस बुला लिए, सभी पूर्व निर्धारित उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय यात्राओं को निलंबित करने के एक दिन बाद पाकिसतान ने ईरान पर हमला किया है.
पाकिस्तान ने ईरान पर किया हमला
पाकिस्तान के विदेश विदेश विभाग ने गुरुवार सुबह एक बयान में कहा, 'आज तड़के पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर समन्वित और लक्षित सैन्य हमले किए.' खुफिया सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में कई आतंकवादी मारे गए. एक सुरक्षा अधिकारी के हवाले से ईरान की अर्ध-सरकारी मेहर समाचार एजेंसी ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सीमावर्ती गांव पर किए गए मिसाइल हमले में तीन महिलाओं और चार बच्चों सहित सात लोग मारे गए.
ईरान-पाकिस्तान के हमलों से पश्चिम एशिया में बढ़ी चिंता
वरिष्ठ अधिकारी अलीरेजा मरहमती के हवाले से समाचार एजेंसी ने कहा,'गुरुवार तड़के चार बजकर 50 मिनट पर सरवन शहर के इलाके में कई विस्फोट की आवाज सुनी गई और जांच के बाद हमें पता चला कि पाकिस्तान ने ईरान के सीमावर्ती गांवों में से एक को मिसाइल से निशाना बनाया है.' सरवन शहर के पास भी एक धमाका हुआ, जहां कोई हताहत नहीं हुआ.
ईरान के हमले और पाकिस्तान के जवाबी हमलों ने पश्चिम एशिया के अस्थिर क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है, जहां पहले से ही गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध और यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से तनाव है. अब पाकिस्तान और ईरान के हमलों से एक बार फिर से चिंता बढ़ गई है.