पाकिस्तान का लाहौर शहर इन दिनों भीषण प्रदूषण की चेपट में दिख रहा है. स्थिति इतनी भयावह है कि वहां के स्थानीय लोग अपने घरों में बंद होने को मजबूर हैं. शुक्रवार को लाहौर में हवा की गुणवत्ता का स्तर 1900 के पार पहुंच गया है. हवा की खराब गुणवत्ता का स्तर वहां के लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीते कुछ दिनों में 15 हजार से ज्यादा लोग सांस में तकलीफ, अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लाहौर में शादियों तक पर लगा प्रतिबंध
बढ़ते प्रदूषण की वजह से लाहौर में फिलहाल कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. प्रदूषण के स्तर में गिरावट आने तक ऐसी कोई भी गतिविधी करने की अनुमति नहीं दी जा रही है जिससे की प्रदूषण फैले. स्थिति कितनी भयावह हो चुकी है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि लाहौर शहर में शादियों तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. पाकिस्ता के कई शहरों में प्रदूषण का कुछ यही हाल है.
WHO की तय लिमिट से 500 गुणा ज्यादा है प्रदूषण
लाहौर के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) द्वारा तय की गई लिटिम से 500 गुणा ज्यादा है. बीते कुछ दिनों में पाकिस्तान के कई शहरों में AQI का स्तर 2000 से भी ज्यादा हो गया है. नवंबर की शुरुआत में ही उत्तरी पाकिस्तान में आसमान में धुंध की मोटी चादर देखने को मिल रही है.
कुछ दिन पहले मुल्तान में AQI पहुंचा था 2500 के पार
पाकिस्तान के मशहूर शहर मुल्तान में भी कुछ दिन पहले हवा की गुणवत्ता 2500 के पार पहुंच गई थी. मुल्तान में अभी भी हवा की गुणवत्ता बेहतर नहीं है लेकिन बीते कुछ दिनों से इसमें हल्की सी कमी जरूर आई है. मुल्तान में भी बढ़े प्रदूषण के स्तर की वजह से लोगों ने अपने घर से बाहर निकलना तक छोड़ दिया है.