- पाकिस्तान की अदियाला जेल के बाहर पूर्व पीएम इमरान खान की बहनों और PTI सदस्यों को ठंडे पानी से भगा दिया गया
- अदालत के आदेश के बावजूद अधिकारियों ने बहनों को इमरान खान से मिलने की अनुमति नहीं दी है
- PTI ने इस घटना को इमरान खान के कैदी अधिकारों और प्रदर्शनकारियों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताया है
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व PM इमरान खान और वहां की सेना के बीच ठन गई है. इमरान खान से मिलने के लिए अदियाला जेल के बाहर धरने पर बैठी इमरान खान की बहनों और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सदस्यों पर सर्द रात में ठंडे पानी की बौछार की गई है. तड़के सुबह 3:58 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में, पार्टी ने कहा, “जेल में बंद पूर्व पीएम के साथ मुलाकात की अनुमति देने वाले अदालत के आदेश के बावजूद, पाकिस्तानी अधिकारियों ने अदियाला जेल के बाहर इमरान खान की बहनों और शांति से बैठे PTI कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया है."
पार्टी की ओर से कहा गया है कि पानी की बौछार करना न केवल इमरान खान के कैदी अधिकारों का बेशर्म उल्लंघन है, बल्कि सरकार के अत्याचारों का विरोध करने के लिए जमा हुए लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर भी सीधा हमला है. पार्टी ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और लोकतंत्र के समर्थकों को पाकिस्तान में इस तरह की अमानवीय और सत्तावादी कार्रवाइयों के सामने चुप नहीं रहना चाहिए."
इमरान खान की बहनें विरोध पर क्यों बैठी थीं?
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इमरान की बड़ी बहन अलीमा के नेतृत्व में मंगलवार को जेल के बाहर धरना दिया जा रहा था. इसकी वजह थी कि उन्हें एक बार फिर इमरान खान से मुलाकात नहीं करने दिया गया. बहनों के अलावा PTI महासचिव सलमान अकरम राजा और PTI केपी प्रांतीय अध्यक्ष जुनैद अकबर खान सहित पार्टी के कई सीनियर मेंबर भी प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
इस रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने इमरान की बहनों से दो बार संपर्क किया था और उन्हें वहां से चले जाने को कहा था. लेकिन बहनें भाई से मिलने के लिए अड़ी रहीं. बाद में घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते, अधिकारियों ने इमरान की एक और बहन उज़्मा खान को जेल में बंद भाई से मिलने की अनुमति दी थी. मुलाक़ात के बाद, उज्मा खान ने कहा था कि उनके भाई (इमरान) शारीरिक रूप से ठीक लग रहे थे लेकिन जेल के अंदर उन्हें "मनोवैज्ञानिक यातना" का सामना करना पड़ रहा है.













