पाकिस्तान में 8 फरवरी को नेशनल असेंबली और प्रांतीय (Pakistan National Assembly Elections) चुनाव हुए. फिलहाल काउंटिंग जारी है. चुनाव आयोग ने 18 घंटे की देरी के बाद आधिकारिक नतीजे (Pakistan Elections Result 2024)घोषित करने शुरू किए हैं. अब तक आए नतीजों में भ्रष्टाचार को कई मामलों में सजा काट रहे इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 'किंगमेकर' की भूमिका में दिख रहे हैं. हालांकि, नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है. जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP)तीसरे नंबर पर है.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं. इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए. एक सीट पर चुनाव टाल दिए गए हैं. 60 सीटें महिलाओं के लिए और 10 सीटें अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व हैं. सरकार बनाने के लिए 134 सीटों पर बहुमत होना जरूरी है. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के युवा वोटर्स का वोट इमरान खान की पार्टी के लिए जाता दिख रहा है. ऐसे में युवा वोटर्स में जश्न का माहौल है. सवाल ये है कि युवा वोटर्स आखिर जेल में बंद इमरान खान की पार्टी के लिए वोट क्यों कर रहे हैं?
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वोटों की गिनती में हो रही असामान्य देरी के कारण फाइनल नतीजे अभी साफ नहीं हो पाए हैं. 1600 GMT (शाम 4 बजे) की गिनती तक PTI समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 92 सीटों पर जीत हासिल कर ली थी. इमरान खान के जेल में होने, पार्टी का नाम और सिंबल कैंसिल होने के बीच निर्दलीय उम्मीदवारों से उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया. इससे PML-N और PPP भी हैरान है.
2022 में सत्ता से बेदखल कर दिए गए थे इमरान खान
इमरान खान को 2022 में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था. उनपर भ्रष्टाचार के कई मामले हैं. बीते साल अगस्त में उन्हें जेल में डाल दिया गया. इसके साथ ही इमरान खान के चुनाव लड़ने पर कई साल का बैन लगाया गया है.
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मोबाइल इंटरनेट सर्विस सस्पेंड होने से हुआ नुकसान
PTI समर्थकों ने कहा कि चुनाव के दौरान और उसके बाद मोबाइल इंटरनेट सर्विस सस्पेंड होने का कुछ तो नुकसान हुआ है. दरअसल, PTI अपनी सोशल मीडिया मौजूदगी पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है, जिसमें ऑटोमेटेड सोशल मीडिया रेस्पॉन्स भी शामिल हैं. ये ऑटोमेटेड सोशल मीडिया रेस्पॉन्स पाकिस्तानी नागरिकों को उनके पोलिंग बूथ और PTI समर्थित उम्मीदवारों को ढूंढने में मदद करती हैं.
PTI के युवा और स्थायी समर्थक
माइकल कुगेलमैन ने कहा, "वह सपोर्ट बेस युवा वोटर्स हैं, जो शक्तिशाली सेना जनरलों के साथ मतभेदों के बावजूद सैन्य समर्थित कार्रवाई से जूझ रहे हैं." PTI का आरोप है कि गुरुवार को वोटिंग से पहले कार्रवाई तेज हो गई. हालांकि पाकिस्तानी सेना ने इन आरोपों से इनकार किया है.
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सैन्य भागीदारी ने युवाओं को प्रेरित किया
दूसरी ओर, कुछ विश्लेषकों और मतदाताओं ने कहा है कि राजनीति में सैन्य भागीदारी की सार्वजनिक धारणा ने इमरान खान के समर्थकों को चुनावों में प्रेरित किया है. साथ ही महीनों की बढ़ती महंगाई और इमरान खान को जेल भेजने का आक्रोश भी युवाओं में देखा जा रहा है.
युवाओं को उम्मीद- चीजें बदलेंगी
लॉ स्टूडेंट नैला खान मारवत ने कहा, "मैं 2016 में PTI में शामिल हुई. 2018 में इसके लिए अपना पहला वोट डाला." नैला कहती हैं, "मुझे और मेरे साथियों को इमरान खान के शब्दों ने काफी उत्साहित किया." उन्होंने कहा, "क्या आपने अन्य महान नेताओं को नहीं देखा है? जैसे नेल्सन मंडेला? ... ऐसे कई महान नेता हैं जो जेल में हैं और वे बहुत दर्द झेल रहे हैं...लेकिन चीज़ें बदल जाती हैं."
अपने सेलिब्रिटी प्लेयर पर्सनैलिटी और सोशल मीडिया प्रेजेंस के साथ PTI पाकिस्तान की विशाल युवा आबादी के बीच लोकप्रिय है, जो हर चुनाव चक्र में बढ़ रही है. पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' का अनुमान है कि पाकिस्तान में 2018 के चुनाव के बाद से 10 मिलियन युवा वोटर्स जुड़े हैं.
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