- पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत के पास सीजफायर के लिए कॉल करवाने की मजबूरी स्वीकार की.
- उन्होंने रावलपिंडी और पाकिस्तान के पंजाब में भारत के हमलों का उल्लेख किया है.
- सऊदी अरब और अमेरिका से पाकिस्तान ने सहायता मांगी थी.
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने खुद अपनी जुबान से स्वीकारा है कि पिछले महीने पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत रावलपिंडी और पंजाब प्रांत में उसके दो एयरपोर्ट पर हमले हुए तो पाकिस्तान को भारत के साथ सीजफायर का अनुरोध करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
एक टीवी न्यूज शो में शामिल होते हुए इशाक डार ने कहा कि रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस और पंजाब प्रांत में शोरकोट एयर बेस पर भारत ने हमला किया था. यही वह समय था जब पाकिस्तान हस्तक्षेप के लिए अमेरिका के पास पहुंचा और सऊदी अरब से भी सहायता ली.
पाकिस्तान के उप- प्रधानमंत्री इशाक डार ने क्या कहा?
पाकिस्तान के उप- प्रधानमंत्री ने जीयो न्यूज के एक शो पर शामिल होते हुए कहा कि "...बदकिस्मती से, भारत ने एक बार फिर 2.30 बजे मिसाइल हमले किए. उन्होंने नूर खान एयर बेस और शोरकोट एयर बेस पर हमला किया... 45 मिनट के भीतर, सऊदी प्रिंस फैसल ने मुझे फोन किया. उन्होंने कहा कि उन्हें तब (अमेरिकी विदेश मंत्री) मार्को रुबियो के साथ मेरी बातचीत के बारे में पता चला था. उन्होंने पूछा कि क्या वह (भारत के विदेश मंत्री) एस जयशंकर से बात करने और यह बताने के लिए अधिकृत हैं कि अगर वे (भारत) रुकते हैं तो हम तैयार हैं. मैंने कहा हां, भाई, आप कर सकते हैं. उन्होंने मुझे वापस फोन किया और कहा कि उन्होंने जयशंकर को भी यह बात बता दी है.''
भारत ने आतंक का जवाब हमले से दिया था
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले में 26 पर्यटकों की मौत के जवाब में, 7 और 8 मई की मध्यरात्रि को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया.
इस ऑपरेशन से द्विपक्षीय तनाव बढ़ गया क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच हमले और जवाबी हमले हुए. भारत की ओर से पाकिस्तान की हर कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया गया.