यूक्रेन पर हमले के बाद दुनियाभर के ब्रांड्स ने किया रूस का बहिष्कार, 300 से ज्यादा कंपनियों ने काम समेटा, ये हैं बड़े नाम

Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को वैश्विक निंदा का सामना करना पड़ रहा है. गुस्से के कारण पश्चिम देशों ने रूस (Russia) पर कड़े प्रतिबंधों का ऐलान भी किया. लेकिन इसी के साथ-साथ कई नामी कंपनियों ने मास्को और अन्य रूसी शहरों में अपने आउटलेट बंद कर दिए हैं. येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में 300 से ज्यादा कंपनियां रूस छोड़ चुकी हैं.

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Ukraine War: 300 से ज्यादा फर्म ने रूस में कामकाज किया बंद
नई दिल्ली:

युद्ध की विभीषिका कितनी खतरनाक होती है, इसके बारे में हम हमेशा किस्से कहानियों या फिर खबरों में पढ़ते ही रहते हैं. लेकिन रूस और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी युद्ध ने हर किसी को इससे रूबरू भी करा दिया होगा. यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है. युद्ध को 300 घंटे से ज्यादा हो गए हैं. रूस को रोकने के लिए दुनियाभर के देश तमाम तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं, ऐसे में दुनिया की 300 से ज्यादा बड़ी और फेमस फर्म (Firms) रूस से अपना कामकाज समेट चुकी है. 

यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को वैश्विक निंदा का सामना करना पड़ रहा है. गुस्से के कारण पश्चिम देशों (Western Countries) ने रूस (Russia) पर कड़े प्रतिबंधों का ऐलान भी किया. लेकिन इसी के साथ-साथ कई नामी कंपनियों ने मास्को और अन्य रूसी शहरों में अपने आउटलेट बंद कर दिए हैं.  येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में 300 से ज्यादा कंपनियां रूस छोड़ चुकी हैं.

स्पेक्टेटर इंडेक्स के अनुसार, लक्ज़री वॉच ब्रांड रोलेक्स (Rolex) रूस भी इसी लिस्ट में शामिल हो चुका है. मैकडॉनल्ड्स, पिज्जा हट और पेय पदार्थ निर्माता कोका-कोला जैसे फास्ट-फूड दिग्गज पहले ही रूस में अपने परिचालन को निलंबित करने की घोषणा कर चुके हैं. यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण के बाद दुनियाभर के कई ब्रांड्स अपना संचालन बंद कर रूस से अपना कामकाज बंद करने में लग हुए हैं.

अब इसी बीच अमेरिका ने रूसी ऊर्जा के आयात पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया, जिससे तेल (Oil) की कीमत में और वृद्धि हुई, जो मंगलवार को लगभग चार प्रतिशत बढ़ी.  24 फरवरी को रूस द्वारा अपने पड़ोसी देश पर आक्रमण करने के बाद से कीमतों में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. रूस - दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कच्चे तेल का निर्यातक है. ऐसे में पश्चिमी देशों के प्रतिबंध से तेल के दाम बढ़ना तय माना जा रहा है.

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रूस के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोलने वाले ब्रिटेन ने कहा कि उसका लक्ष्य 2022 के अंत तक रूसी तेल के आयात को समाप्त करना है. यूरोपीय संघ (ईयू) ने इस साल रूसी गैस (Gas) पर निर्भरता में दो-तिहाई की कटौती करने की योजना बनाई है. यहां कुछ बड़ी कंपनियों की सूची दी गई है, जिन्होंने यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से रूस में अपने कामकाज को अगले आदेश तक के लिए समेट लिया है. 

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  • रोलेक्स
  • मैकडॉनल्ड्स
  • कोको कोला
  • पेप्सिको
  • स्टारबक्स
  • Netflix
  • टिक टॉक
  • सैमसंग
  • वीसा
  • मास्टर कार्ड
  • अमेरिकन एक्सप्रेस
  • जनरल इलेक्ट्रिक
  • जनरल मोटर्स
  • फोर्ड मोटर कंपनी
  • वोक्सवैगन एजी
  • टोयोटा मोटर कार्पोरेशन
  • वोल्वो एबी
  • डेमलर ट्रक होल्डिंग AG
  • सीप
  • यूनिलीवर
  • लेवी स्ट्रॉस एंड कंपनी
  • माइक्रोसॉफ्ट
  • सेब
  • नाइके
  • कोंडे नास्तो

इसी के साथ वॉल्ट डिज़नी कंपनी, पैरामाउंट पिक्चर्स, सोनी कॉर्प और एटी एंड टी इंक के वार्नरमीडिया और कॉमकास्ट कॉर्प की यूनिवर्सल पिक्चर्स जैसे हॉलीवुड स्टूडियो (Hollywood Studio) ने भी रूस में फिल्मों (Films) की रिलीज को रोक दिया है या फिर उन्हें अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है. हालांकि उम्मीद ये भी की जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में कई और कंपनियां रूस में अपने कामकाज को रोक सकती है.

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