भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) चलाकर आतंक के आकाओं को उन्हीं की जुबान में जवाब दे दिया है. मार खाया पाकिस्तान बदला लेने की गीदड़भभकी दे रहा है और ऐसे में दुनिया की नजर इसपर है कि पड़ोसी देश बेवकूफी में गलत कदम न उठाए और तनाव को आगे न बढ़ाए. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष फिलेमोन यांग ने भारत और पाकिस्तान से बढ़ती शत्रुता को कम करने और शांतिपूर्ण बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया.
दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को संबोधित करते हुए, यांग ने स्थिति पर "गंभीर चिंता" व्यक्त की और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की. उन्होंने कहा,
"मैं भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती शत्रुता से बहुत चिंतित हूं. मैं दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने और तत्काल तनाव कम करने का आह्वान करता हूं. मैं सभी आतंकवादी हमलों और नागरिकों और नागरिक बुनियादी ढांचे के खिलाफ हमलों की अपनी निंदा दोहराता हूं. मेरा दृढ़ विश्वास है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप बातचीत और राजनयिक समाधान ही मतभेदों को सुलझाने और स्थायी शांति और स्थिरता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका है."
पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को जवाब देने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया है और पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कुल मिलाकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है. इसके बाद सीमा पार से पाकिस्तान गोलाबारी कर रहा है और खून का बदला खून से लेने की धमकी दे रहा है. पाकिस्तान यह गीदड़भभकी इस तथ्य के बावजूद दे रहा है कि भारत ने न तो उसके किसी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है और न ही किसी आम नागरिक को चोट पहुंचाई गई है. दो परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच बढ़ी राजनीतिक बयानबाजी की पृष्ठभूमि के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का यह बयान आया है.