चैटजीपीटी (ChatGPT) बनाने वाली कंपनी ओपनएआई (OpenAI) ने शुक्रवार को कहा कि उसने सीईओ सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) को बर्खास्त कर दिया है. कंपनी को लगता है कि अब वह माइक्रोसॉफ्ट समर्थित फर्म (Microsoft Backed Firm) का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं रह गए हैं.
एएफपी की खबर के मुताबिक, लगभग एक साल पहले चैटजीपीटी को 38 वर्षीय अल्टमैन ने बनाया था. चैटजीपीटी की रिलीज के साथ ही वह तकनीकी दुनिया की सनसनी बन गए, जो अभूतपूर्व क्षमताओं वाला एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता चैटबॉट है. चैटजीपीटी कुछ ही सेकंड में वो काम कर देता है, जिसे करने में घंटों का समय लग सकता है.
ओपनएआई बोर्ड ने एक बयान में कहा, "ऑल्टमैन की बर्खास्ती का निर्णय बेहद सोच-समझ कर लिया गया है. काफी विचार करने के बाद बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि सैम ऑल्टमैन अपने काम को लेकर स्पष्ट नहीं थे, जिससे उनकी जिम्मेदारियों का पालन करने की क्षमता में बाधा उत्पन्न हुई." बयान में कहा गया है, "बोर्ड को अब ओपनएआई का नेतृत्व जारी रखने की उनकी क्षमता पर भरोसा नहीं है."
पिछले साल ऐप जारी करने के ऑल्टमैन के फैसले का ऐसा परिणाम मिला, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, जिससे मिसौरी में जन्मे स्टैनफोर्ड के छात्र को घर-घर में मशहूर हुए और स्टारडम मिला. चैटजीपीटी के लॉन्च ने एआई दौड़ को शुरू किया, जिसमें तकनीकी दिग्गज अमेज़ॅन, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा शामिल हैं।
Microsoft ने OpenAI में अरबों डॉलर का निवेश किया है. ऑल्टमैन ने एआई के बारे में अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष गवाही दी थी और प्रौद्योगिकी के बारे में राष्ट्राध्यक्षों से बात की थी, क्योंकि जैव हथियारों, गलत सूचना और अन्य खतरों में एआई के संभावित उपयोग जैसे जोखिमों के खिलाफ विनियमन के लिए दबाव बढ़ गया है. बयान में कहा गया है कि बोर्ड "ओपनएआई की स्थापना और विकास में सैम के कई योगदानों के लिए आभारी है. साथ ही, हमारा मानना है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, नया नेतृत्व आवश्यक है." बयान में कहा गया है कि ऑल्टमैन को अंतरिम आधार पर कंपनी की मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी मीरा मुराती द्वारा रिप्लेस किया जाएगा.
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