"ऐसे हालात रहे तो तीसरा विश्व युद्ध..." : गाजा में छिड़ी जंग पर इजरायली लेखक युवल नूह हरारी

NDTV से खास इंटरव्यू में इजरायली बेस्टसेलर लेखक युवल नूह हरारी ने कहा, कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में युद्ध और अब इजरायल-गाजा के बीच जंग के बाद वैश्विक अस्थिरता ज्यादा हो गई है. इजरायल-हमास की जंग में ज्यादा देशों के शामिल होने का खतरा है."

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
नई दिल्ली:

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन (Israel Palestine Conflict) हमास (Hamas) के बीच 10 दिनों से जंग जारी है. जंग में अब तक दोनों तरफ से 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजरायल के डिफेंस फोर्स के मुताबिक, 199 लोग हमास के लड़ाकों की कैद में हैं. पहले ये आंकड़ा 120 बताया गया था. जंग के बीच इजरायली लेखक और इतिहासकार युवल नूह हरारी (Yuval Noah Harari) ने कहा कि इजरायल-गाजा की जंग शायद बड़े स्तर पर एक क्षेत्रीय संघर्ष बन सकता है. यूक्रेन में युद्ध के बीच और मौजूदा हालात से भू-राजनीतिक तनाव ज्यादा देशों में फैल सकता है, जिससे तीसरा विश्व युद्ध (Third World War) भी छिड़ सकता है.

NDTV से खास इंटरव्यू में इजरायली बेस्टसेलर लेखक युवल नूह हरारी ने कहा, कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में युद्ध और अब इजरायल-गाजा के बीच जंग के बाद वैश्विक अस्थिरता ज्यादा हो गई है. इजरायल-हमास की जंग में ज्यादा देशों के शामिल होने का खतरा है. इससे आखिरकार ऐसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं, जो ग्लोबल वॉर को जन्म दे सकती हैं."

नूह हरारी आगे कहते हैं, "आम तौर पर ऐसे हालात में सिस्टम तबाह हो जा रहा है. उसकी जगह अराजकता ले रही है. यह पिछले 5 से 10 वर्षों से हो रहा है. हम इसे आज ज्यादा देशों में देख सकते हैं. इसका कारण कोविड भी था. यूक्रेन पर रूसी हमला भी इसका एक हिस्सा है.'' नूह हरारी जाने माने इतिहासकार, दार्शनिक और कई किताबों के लेखक हैं. उनकी किताब 'सेपियंस: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड' बेस्टसेलर रही है.

नूह हरारी ने कहा, "इजरायल और फिलिस्तीन में अभी जो हो रहा है, वह इसका एक हिस्सा है. अगर हम सिस्टम को रिस्ट्रक्चर नहीं कर सकते, तो यह और भी बदतर हो जाएगी. यह पूरी दुनिया में फैल जाएगा. इससे तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. हथियारों के इस्तेमाल के साथ और अब मौजूदा टेक्नोलॉजी मानव जाति के विनाश का कारण बन सकती है."

Advertisement

इस बीच इजरायल के गाजा पर किए गए हमले में हजार लोग लापता हैं. इनके मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दक्षिणी गाजा में राफाह क्रॉसिंग पर युद्ध विराम पर सहमति बनने की बात कही गई थी. फिलहाल गाजा खाली करने के लिए राफाह क्रॉसिंग एकलौता रास्ता है.

Advertisement

7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में अब तक इजराइल के हमलों से गाजा में 2450 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इनमें 724 से ज्यादा बच्चे और 370 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं. वहीं, हमास के हमले में करीब 1400 इजराइली मारे गए हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra के पूर्व गृह मंत्री Anil Deshmukh पर हमला, पत्थरों की बारिश से सिर फूटा | City Centre