ईरान ने जिस तरह से इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागकर (Iran Missile Attack) उसे उकसाने की कोशिश की है. उसका अंजाम क्या होगा इस पर पूरी दुनिया निगाहें गड़ाए बैठी है. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu Warning To Iran) ये चेतावनी पहले ही दे चुके हैं कि अंजाम भुगतना पड़ेगा. इजरायली सेना भी बदले के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रही है. IDF ने कह दिया है कि वक्त और जगह हम चुनेंगे. ऐसे में सवाल ये भी उठ रहा है कि तेहरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब इजयारल कहीं उसकी इकॉनोमी की कमर तोड़कर तो नहीं देगा.
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ईरान को आर्थिक चोट दने की फिराक में इजरायल
ईरान की इकॉनोमी से हमारा मतलब उसके आर्थिक मोर्चे पर चोट से है और उसके तेल के भंडार को निशाना बनाए जाने से है. वह क्षेत्र जहां से तेल निकलता है. ये बात तो सब जानते हैं कि ईरान की इकॉनोमी का एक बड़ा हिस्सा तेल के कारोबार पर ही निर्भर है. ऐसे में कहीं इजरायल उनके तेल क्षेत्र पर हमला कर उसे आर्थित रूप से पंगु बनाने की फिराक में तो नहीं है.
ये रहा ईरान की कमाई का बड़ा सोर्स
- ईरान की कमाई का सबसे बड़ा सोर्स तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार
- नेचुरल गैस के मामले में ईरान दुनिया में दूसरे नंबर पर
- ऑयल रिजर्व के मामले में ईरान दुनिया में चौथे नंबर पर
- ईरान दुनिया में बहुत से देशों को तेल निर्यात करता है
- अर्थव्यवस्था के लिहाज से इजरायल से कमजोर है ईरान
- 2024 में ईरान की GDP $388.84 बिलियन रहने का अनुमान
ईरान को ऐसे पंगु बनाने की सोच रहा इजरायल
इससे आप अंदाज लगा लीजिए कि अगर इजरायल ने ईरान के कमाई के मेन सोर्स को निशाना बनाया को क्या हाल होगा. नेतन्याहू की जवाबी कार्रवाई की कसम के बाद मिडिल ईस्ट में चौतरफा युद्ध की आशंका पैदा हो गई है. द सन की खबर के मुताबिक, इजरायली अधिकारियों ने एक्सियोस से बातचीत में इस बात के संकेत दिए हैं कि नेतन्याहू की प्रतिक्रिया कुछ ही दिनों में ईरान के तेल प्रोडक्शन फेसिलिटीज को निशाना बनाए जाने के रूप से सामने आ सकती है. इसके अलावा ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया जा सकता है और वरिष्ठ हस्तियों को भी निशाना बनाया जा सकता है.
ईरान को भुगतने की चेतावनी तो पहले ही दे दी
मंगलवार इजरायल पर 180 मिसाइलों से हमले के बाद पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान ने बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने ये भी कहा है, "ईरान समझ नहीं रहा है कि हमारी रक्षा करने के हमारे दृढ़ संकल्प और हमारे दुश्मनों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का दृढ़ संकल्प क्या है."
वहीं इजरायल को अमेरिका का साथ भी मिला हुआ है. अमेरिका इस बात को कह चुका है कि वह इजरायल का साथ देगा और ईरान को हमले के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. ऐसे में ईरान के लिए मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं.
इज़राइल रक्षा बलों के चीफ डैनियल हगारी ने कहा है- "हम रक्षा और आक्रामक पर सतर्क हैं. हम इज़राल के लोगों की रक्षा करेंगे. इस मिसाइल हमले के परिणाम होंगे. हमारे पास प्लानिंग है, हम वक्त और जगह चुनकर जवाब देंगे."
नुकसान ईरान भुगतेगा या इजरायल?
वहीं रक्षा मंत्री योव गैलेंट का कहना है कि ईरान ने अब तक ये सिंपल सा सबक भी नहीं सीखा है कि जो लोग इजरायल पर हमला करते हैं, उनको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है. वहीं तेहरान ने जवाबी धमकी देते हुए कहा है कि इजरायल ने अगर ईरान पर हमला किया तो उसे अपने बुनियादी ढांचे के रूप में भारी नुकसान झेलना होगा. वहीं ईरानी सेना ने इजरायल के सहयोगियों को भी दखल न देने की चेतावनी दी है.