इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन (Israel Palestine Conflict) हमास (Hamas) के बीच जंग का गुरुवार को 13वां दिन है. जंग का दायरा बढ़ने के खतरे के बीच अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने को कहा है. 7 अक्टूबर को इजरायल की जवाबी कार्रवाई के बाद से ही लेबनान ( Lebanon) का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह इजरायल पर हमले कर रहा है. हिजबुल्लाह ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने गाजा पट्टी (Gaza Strip) पर बमबारी बंद नहीं की, तो वो भी हमास के साथ जंग में कूद जाएंगे.
बेरूत में अमेरिकी और ब्रिटिश दूतावासों ने गुरुवार को नागरिकों को लेबनान छोड़ने की सलाह दी. यहां की फ्लाइट चालू हैं, क्योंकि हमास के साथ जंग को लेकर इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है. अमेरिका और ब्रिटेन ने पहले ही अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा नहीं करने की चेतावनी दी थी.
मंगलवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने लेबनान के लिए अपनी ट्रैवेल एडवाइजरी के लेवल को 3 से बढ़ाकर 4 कर दिया, जो उच्चतम स्तर है.
इजरायल ने देर रात लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया है. इजरायल की डिफेंस फोर्स का दावा है कि इन हमलों में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी के स्मारक को निशाना बनाया गया. इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया है कि गाजा पर उनके हमले में हमास की इकलौती महिला नेता जमिला अल शांति मारी गई है. वो हमास के को-फाउंडर अब्देल अजीज अल रंतिसी की पत्नी थी. रंतिसी की दूसरे इंतिफादा के दौरान 2004 में इजराइल हमले में मौत गई थी.
दूसरी तरफ, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गुरुवार को तेल अवीव पहुंचे और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. सुनक ने इजरायल को पूरे समर्थन और मदद का भरोसा दिलाया.
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