NDTV Exclusive:म्यूजिक फेस्ट में मौत को करीब से देख इजरायली कपल ने ऐसे बचाई जान, मन में था सिर्फ बच्चे का ख्याल

23 साल की साइकोलॉजी स्टूडेंट शरवित ने एनडीटीवी को बताया कि म्यूजिक फेस्ट में जिस दौर से वह गुजने वाले थे, इसके लिए उनको पहले से किसी ने भी अलर्ट नहीं किया था. शरवित म्यूजिकल फेस्ट का भयावह मंजर बयां किया.

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इजरायल में हमास का हमला

हमास के हमले के समय दक्षिण इजरायल में गाजा बॉर्डर (Israel Hamas Attack) के पास हमास के पास सुपरनोवा फेस्टिवल चल रहा था. लोग इस उत्सव का आनंद ले रहे थे.म्यूजिक फेस्ट में शामिल होने वालों में गुली शरवित और उनके पति इदान भी शामिल थे. दोनों पति-पत्नी फेस्टिवल में ड्रिंक एंजॉय कर ही रहे थे कि अचानक किसी ने आसमान की तरफ  इशारा करते हुए तेजी से चिल्लाया कि "देखो, रॉकेट!कुछ ही घंटों के भीतर फेस्टिवल में 250 से ज्यादा लोगों को हमास के गुर्गों ने बेरहमी से मार डाला, जबकि हजारों लोग वहां से भाग गए. कपल ने बताया कि किस तरह से वह अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागा.

भारी हथियारों से लैस हमास के आतंकियों ने शनिवार को इज़रायल में घुसपैठ की. वह मोटरसाइकिल, पिकअप ट्रक, स्पीड बोट और यहां तक ​​​​कि मोटर से चलने वाले ग्लाइडरों से देश के समुद्र तट तक पहुंच गए और हमला शुरू कर दिया. अचानक हुए इस हमले से इज़राइली खुफिया सेवाएं विफल हो गईं. हमास का हमला शुरू होते ही गोलियों की आवाज सुनकर सुपरनोवा फेस्टिवल में घबराए हुए लोग तुरंत अपने वाहनों की तरफ दौड़ने लगे. 

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शरवित ने बयां किया म्यूजिक फेस्ट का भयावह मंजर

23 साल की साइकोलॉजी स्टूडेंट शरवित ने एनडीटीवी को बताया कि जिस दौर से वह गुजने वाले थे, इसके लिए उनको पहले से किसी ने भी अलर्ट नहीं किया था. शरवित ने कहा,'शनिवार की सुबह 4 बजे, गाजा बॉर्डर के पास हम पार्टी के लिए निकले थे. वह पहली बार वहां गई थीं और वहां जाकर काफी अच्छा भी लग रहा था. सुबह करीब 5 बजे वह फेस्टिवल में पहुंचीं जहां पर तेज म्यूजिक से उनका वेलकम किया गया. उन्होंने एक ड्रिंक हाथ में लेकर डांस करना शुरू कर दिया.शरवित ने बताया कि करीब 6 बजकर 20 मिनट पर वह एक और ड्रिंक लेने वापस गईं. उसी दौरान अचानक किसी ने आसमान में रॉकेट जैसी चीज दिखने पर चिल्लाना शुरू कर दिया.

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शरवित ने बताया कि पहले तो समझ ही नहीं आया कि ये हो क्या रहा है. जब उन्होंने फिर से देखा तो पता चला कि गाजा से मिसाइलें दागी जा रही थीं. आसमान में विस्फोट हो रहा था और आयरन डोम जवावी कार्रावई करते हुए  गोली चला रहा था. ये सब देखते ही सुबह 6:31 बजे म्यूजिक और पार्टी बंद हो गई और लोग बुरी तरह से घबरा गए.

 बता दें कि सुपरनोवा सुक्कोट गैदरिंग एक हफ्ते तक चलने वाला आउटडोर ट्रान्स संगीत फेस्टिवल है. यह गाजा पट्टी से करीब 5 किमी दूर रीम गांव में आयोजित किया जाता है.

'मौत करीब थी, मन मे ंथा बच्चे का ख्याल'

फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचीं शरवित ने बताया कि वह अपने डेढ़ महीने के बच्चे को घर पर छोड़कर फेस्टिवल में गई थीं. हमले को देखते ही जब वह अपनी जान बचाकर भाग रहे थे तो उनके मन में सिर्फ यही ख्याल आ रहा था कि उनके बच्चे की देख रेख कौन करेगा.हमास के लड़ाके हर तरफ से गोलियां बरसा रहे थे. हर तरफ रॉकेट बरस रहे थे और उनको भविष्य अंधरारमय दिखाई दे रहा था.शरवित ने बताया कि बच्चे का ख्याल मन में आते ही उन्होंने दौड़ना शुरू कर दिया. जब तक उनमें हिम्मत थी वह भागती रहीं और अंत में जमीन पर गिर गईं और रोने लगीं, उस समय उनको समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर करना क्या चाहिए.

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शरवित ने बताया कि वह अपने पति और दो दोस्तों के साथ भाग तो रही थीं लेकिन पता नहीं था कि जाना कहां है. 15 लोगों के साथ वे लोग एक मोशाव या बस्ती में पहुंचीं. वह अभी भी गाजा के रॉकेट हमलों को लेकर डरी हुई थीं. फिर वे लोग बीयर शेवा में सुरक्षित पहुंच गए. उनके माता-पिता उनको लेने पहुंचे. इस तरह से वह और उनके दोस्त वहां से सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए. वे लोग चार घंटे तक एक झाड़ी के नीचे छिपे रहे. अपने सामने उन्होंने दो लोगों का कत्ल होते हुए और बंधक बनाए जाते देखा. जिंदा रहने के लिए शरवित ने ईश्वर का आभार जताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी के दौरान अपने दोस्तों को मरते और परिवारों को खत्म होते हुए देखा. ऊपर वाले के करम से वह बच गए.
 

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