Iran में 'स्कूल पर गिरा' Fighter Jet, तीन लोगों की मौत

ईरान की एयरफोर्स में करीब 300 लड़ाकू विमान हैं. इसमें से अधिकतर रूसी MiG-29 और Sukhoi-25 हैं. यह विमान सोवियत काल के हैं. साथ ही चीन से मिले F-7s और French Mirage F1s भी ईरानी सेना में हैं. ईरान के हवाई बेड़े में कुछ अमेरिकी F-4 और F-5 फाइट जेट भी है जो पश्चिमी देशों के समर्थन वाली शाह सरकार के समय के हैं.

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Iran का फाइटर जेट स्कूल में हुआ क्रैश
तेहरान:

ईरान (Iran) में एक फाइटर जेट F-5 (Fighter Jet F-5) एक स्कूली बिल्डिंग पर जा गिरा. ईरान के उत्तर-पश्चिमी शहर तबरीज़ में सोमवार को यह दुर्घटना हुई. अधिकारियों के अनुसार इस हादसे में 3 लोग मारे गए जिसमें दो क्रू मेंबर और एक उस रास्ते से जा रहा व्यक्ति शामिल है. स्थानीय अधिकारी मोहम्मद - बाघेर होनारवर ने स्थानीय मीडिया से कहा, "सौभाग्य से कोरोना महामारी की वजह से यह स्कूल बंद था."  पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में आपात कार्य के प्रमुख होनवर ने बताया, "ईरान का यह फाइटर जेट ट्रेनिंग मिशन पर था जब सुबह 9:00 am बजे वो शहर के बीचों-बीच आ गिरा." स्थानीय रेड क्रॉस सोसायटी के प्रमुख ने बताया कि विमान स्कूल की बाहरी दीवार पर क्रैश हुआ और क्रू के अलावा मारा गया व्यक्ति एक स्थानीय निवासी था. 

दुर्घटना स्थल पर विमान हादसे के बाद आग लग गई. आग बुझाने के लिए फायरफाइटर्स को बुलाना पड़ा. ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी IRNA की तरफ से जारी एक वीडियो फुटेज में अग्निशमन कर्मचारी आग बुझाने की मशक्कत करते दिखे.  इस वीडियो में स्कूल के मलबे के बीच आग लगने से काली पड़ी दीवार के पास जला हुआ लड़ाकू विमान देखा जा सकता है. इस विमान को तबरेज में शाहिद फाकोरी एयरबेस पर तैनात किया गया था. ईरानी मीडिया को जनरल रेजा युसुफई ने बताया कि लड़ाकू विमान ट्रेनिंग मिशन से लौट रहा जब लैंडिंग के समय एक तकनीकी दिक्कत आ गई.   

पुराना पड़ता ईरान का हवाई बेड़ा 

ईरान की एयरफोर्स में करीब 300 लड़ाकू विमान हैं. इसमें से अधिकतर रूसी MiG-29 और Sukhoi-25 हैं. यह विमान सोवियत काल के हैं. साथ ही चीन से मिले F-7s और French Mirage F1s भी ईरानी सेना में हैं. ईरान के हवाई बेड़े में कुछ अमेरिकी F-4 और F-5 फाइट जेट भी है जो पश्चिमी देशों के समर्थन वाली शाह सरकार के समय के हैं. शाह को इस्लामिक क्रांति के दौरान 1979 में सत्ता से बाहर कर दिया गया था. 

विशेषज्ञों का कहना है कि इनमें से अधिकतर विमान पुराने पड़ गए हैं और कुछ ही काम आ रहे हैं. 

अगस्त 2006 में ईरान ने घोषणा की थी कि वो नए लड़ाकू विमान बना रहा है जिनका नाम अज़राक्ष ("Azarakhsh") रखा जाएगा जिसका मतलब होगा बिजली. ईरान ने इसे F-5 की तरह का बताया था. 

एक साल बाद ईरान ने देश में ही एक और फाइटर जेट "Saegheh" बनाया जिसका मतलब होता है तूफान. ईरान का कहना था कि यह अमेरिका के F-18 विमान जैसा है.  लेकिन कुछ पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि Saegheh केवल F-5 का ही उन्नत स्वरूप है. 

ईरान की आधिकारिक मीडिया के अनुसार दिसंबर 2019 के बाद सोमवार को पहली बार ईरान में कोई सैन्य लड़ाकू विमान क्रैश होने की खबर आई. 2019 में एक मिग -29 लड़ाकू विमान टेस्ट फ्लाइट के दौरान एक सोए हुए ज्वालामुखी के पास गिर गया था.  तीन दिन बाद सेना ने पायलेट की मौत की पुष्टि की थी. जनवरी 2019 में एक मिलिट्री कार्गो प्लेन राजधानी तेहरान के पास लैंडिंग के समय रनवे से फिसल गया था और क्रैश होने के बाद उसमें आग लग गई थी. इस घटना में 15 लोग मारे गए थे. 

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स्थानीय मीडिया के अनुसार 2011 में भी ईरान में एक लड़ाकू विमान सैन्य अभ्यास के दौरान क्रैश हो गया था. 
ईरान पर 2018 के बाद कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं. अमेरिका और ईरान के बीच हुई परमाणु डील से अमेरिका तीन साल बाद बाहर निकल गया था. यह डील अमेरिका ईरान और दुनिया के अन्य शक्तिशाली देशों के बीच हुई थी. विएना में इस डील को दोबारा लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं ईरान प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहा है.  
 

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