Israel Iran Tension: क्या ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल (Israel Iran war) पर हमला कर कोई गलती कर दी थी. इजरायल ने हमले को बड़ी गलती बताया था और ईरान (Iran Attack on Israel) को बड़ा खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी थी. इस हमले को हुए करीब 15 होने के हैं और इजरायल (Israel responds Iran attack) ने अभी तक कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की है. इजरायल ने इस हमले के बाद से लेबनान में हिजबुल्लाह पर और हमले जरूर किए लेकिन ईरान पर कोई कार्रवाई नहीं की है. हिजबुल्लाह भी ईरान समर्थित संगठन का है जिसका उद्देश्य ही इजरायल को समाप्त करना है. ईरान इजरायल के विरोध में हिजबुल्लाह और हमास का प्रयोग करता रहा है. इजरायल ने पहले हमास को काफी हद तक तबाह कर दिया है और अब हिजबुल्लाह के पीछे पड़ा हुआ.
इजरायल के हमलावर तेवर से परेशान ईरान
इजरायल के भयानक हमलों को देखने के बाद से ईरान भी काफी परेशान हो गया. इजरायल ने ईरान में बैठे हमास प्रमुख को मौत के घाट उतार दिया जिससे ईरान हैरान परेशान हो गया. ईरान पर अपना नाम बचाने की नौबत आ गई तो ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलों से हमला कर दिया. ज्यादातर मिसाइलों को इजरायल ने तबाह कर दिया तो कुछ मिसाइलों ने इजरायल में मामूली नुकसान भी किया. लेकिन, इन हमलों के बाद से ईरान से बदला लेने को इजरायल उतावला है. इजरायल हमले की योजना पर काम करता चला आ रहा है. इस बीच अमेरिका और यूरोपीय देशों ने भी ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगा दिए हैं साथ ही इजरायल का साथ देने का ऐलान भी किया है.
दुनिया में युद्ध का असर होने के आसार
ऐसे में वैश्विक नेताओं की चिंता यह भी है कि ईरान पर बड़ा हमला करने का मतलब यह होगा कि पूरी दुनिया में तेल का संकट पैदा होना. साथ ही तेल के दामों में बेतहाशा वृद्धि भी देखने को मिल सकती है. खबरें आ रही हैं कि विश्व के कई नेताओं ने इजरायल से बात की है कि युद्ध को सीमित रखा जाए ताकि अन्य देशों पर इसका असर देखने को न मिले. अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से हाल ही में बातचीत की है जिसमें उन्होंने अमेरिका को सूचित किया है कि इजरायल पूरे क्षेत्र में युद्ध नहीं शुरू करना चाहता.
यह भी पढ़ें - अमेरिका में दहाड़े ईरान के 'राजकुमार', इजरायल-US को यूं नहीं मिलेगी सुरक्षा की गारंटी
बताया जा रहा है कि इजरायल की ओर से आश्वासन दिया गया है कि वह ईरान की तेल या न्यूक्लियर प्लांट पर हमला नहीं करेगा.
अमेरिका को मालूम क्या करेगा इजरायल
यह तय माना जा रहा है कि ईरान पर हमले के लिए अमेरिका के साथ इजरायल ने प्लान शेयर कर लिया है. अमेरिका भी ईरान में दिलचस्पी दिखा रहा है. इजरायल की ओर से जो भी खबरें मीडिया में आ रही हैं उससे यह पता चलता है कि इजरायल ने हमले की प्लानिंग पूरी कर ली है और समय वह अपने हिसाब से तय करेगा. वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की बातचीत जारी है.
यह भी पढ़ें - सलामी स्लाइसिंग के बाद चीन की ताइवान के खिलाफ 'एनाकोंडा' वाली रणनीति
इजरायल को मिला थाड सुरक्षा कवच
इस बीच अमेरिका से बातचीत का फायदा इजरायल को यह हो रहा है कि आइरन डोम के साथ अब इजरायल को बाहरी मिसाइल से सुरक्षा के लिए अमेरिका से और एडवांस थाड सिस्टम मिलने जा रहा है. अमेरिका का THAAD जल्दी ही इजरायल तैनात करेगा. इजरायल के रक्षामंत्री योव गैलेंट, आईडीएफ प्रमुख हर्जी हलेवी और वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों के साथ इंटेलिजेंस बेस में अमेरिकी अधिकारियों की मुलाकात हुई है.
मामला शांत करना चाहता है ईरान
इधर, इजरायल की हमले की तैयारी तेजी से चल रही है, उधर खबरें आ रही हैं कि ईरान मामले को शांत करना चाहता है. ईरान ने संकेत दिया है कि अगर इजरायली हमला सीमित होता है, तो संघर्ष का यह दौर यहीं रुक जाएगा. कुछ इजरायली अधिकारियों का भी मानना है कि ईरान संघर्ष विराम में रुचि रखता है.