हमास चीफ (Hamas chief) हानिया के ईरान में मारे जाने के बाद इजराइल (israel) और ईरान के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने ईरान को इज़राइल पर सीधे हमले का आदेश दिया है. ये रिपोर्ट न्यूयार्क टाइम्स ने ईरान के तीन अधिकारियों के हवाले से दी है जिनमें से दो अधिकारी ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्डस के बताए गए हैं. अली खामेनेई ने आदेश हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या का बदला लेने के लिए दिया है. ईरान के सुप्रीम नेशनल काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग में खामेनेई ने ये आदेश दिया. हालांकि इज़राइल ने इस्माइल हानिया को मारने की न तो ज़िम्मेदारी ली है और न ही उससे इंकार किया है लेकिन ईरान ने इसके लिए सीधे इज़राइल को ज़िम्मेदार ठहराया है.
इजराइल से बदला लेने के लिए मस्जिद पर फहराया गया लाल झंडा
क्या इजराइल पर हमला करने की हालत में है ईरान?
खामेनेई ने आदेश तो दे दिया है लेकिन अभी ये साफ़ नहीं है कि हमला किस तरह का होगा. ईरान इसी साल अप्रैल में इज़राइल पर क़रीब 300 प्रोजेक्टाइल्स से हमला कर चुका है लेकिन इसमें 99 फ़ीसदी हमलों को नाकाम कर दिया गया. एक प्रोजेक्टाइल ही इज़राइल तक पहुंच पाया जिसकी जद में एक बच्ची आ गई. कहने का मतलब ये कि इज़राइल के बहुस्तरीय हवाई सुरक्षा प्रणाली को देखते हुए उसे भेद पाना मुश्किल लगता है. इज़राइल ने भी ईरान पर हमला किया लेकिन वो संकेतिक हमला अधिक था और इस तरह ईरान इज़राइल सीधे टकराते टकराते बचे. तो क्या ईरान हवाई हमलों का सहारा लेगा या फिर वे हूती, हिज़्बुल्लाह और हमास के सहारे ही इज़राइल पर और हमले करवाएगा ये भी देखने की बात होगी. हिज्बुल्लाह के टॉप मिलिटरी कमांडर फ़ौद शुक्र के मारे जाने के बाद से हिज्बुल्लाह भी जवाबी कार्रवाई की धमकी दे चुका है.
सवाल यह भी है कि क्या वो हमला इज़राइल की ज़मीन पर ही करेगा या इज़राइल के हितों को दुनिया के अन्य देशों में चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा ये भी बड़ा सवाल है. किसी तरह के कोवर्ट ऑपरेशन की आशंका के मद्देनज़र ही इज़राइल ने दुनिया के देशों में मौजूद अपने राजनयिकों की सुरक्षा बढ़ाने की बात की है. अगर ईरान इस तरह का कोई रास्ता अपनाता है तो उसके अपने कंप्लिकेशन्स होंगे. वैसे इज़राइल ने ईरान के साथ साथ लेबनान को ये संदेश भेज दिया है कि अगर किसी ने हमला किया तो इज़राइल पूरे दमखम से जवाब देगा. इस तरह ईरान-लेबनान और इज़राइल के ख़तरनाक युद्ध की आशंका बनी हुई है.
कैसे हुई थी इस्माइल हानिया की मौत
ईरान की राजधानी तेहरान में मसूद पजशकियान ने देश के 9वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. संसद में पजशकियान का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था. इसमें शिरकत करने के लिए हमास चीफ इस्माइल हानिया भी पहुंचे थे. ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के मुताबिक, मंगलवार देर रात हानिया के ठिकाने पर मिसाइल अटैक किया गया. हमले में हानिया और उनके बॉडीगार्ड की मौत हो गई. ईरान ने इजरायल पर हमले का आरोप लगाया है. हालांकि, अब तक इजरायल की तरफ से इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया गया है.
गौरतलब है कि अप्रैल के महीने में ईरान ने सीरिया में अपने दूतावास परिसर में एक संदिग्ध इजरायली हमले के बाद जवाबी हमले में सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागी थीं.अधिकांश ड्रोन और मिसाइलों को इजरायली क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही मार गिराया गया था.ईरान ने सीरिया की राजधानी दमिश्मक में स्थित उसके राजनयिक परिसर पर एक अप्रैल को हुए हमले का संदेह इजराइल पर जताया था, जिसमें ईरानी इस्लामिक रिवल्यूशनरी गार्ड के एक वरिष्ठ जनरल सहित सात सदस्यों की मौत हो गई थी. ईरान ने इस हमले के जवाब में पहली बार अपनी जमीन से इजराइल पर सीधे तौर पर हमला किया था.
ईरान के किसी भी हमले के लिए इजरायली सेना तैयार:IDF
इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा है कि वो इजराइल पर किसी भी ईरानी हमले के लिए तैयार है. तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है.इजराइल के रक्षा मंत्री के कार्यालय के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई द्वारा इजराइल पर जवाबी कार्रवाई को लेकर दिए गए बयान के बाद, आईडीएफ ने किसी भी स्थिति के लिए खुद को तैयार कर लिया है.इजराइल के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, ईरान अपने प्रॉक्सी हमास और हिजबुल्लाह और हूथी का उपयोग कर उस पर हमले तेज कर सकता है.
तेहरान में हमास प्रमुख इस्माइल हनिया की हत्या ने ईरान को झकझोर कर रख दिया है. हानिया मंगलवार को नए ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने गए थे जब उनकी इजराइल ने हत्या कर दी.हानिया ने इससे पहले मंगलवार को ही ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई से मुलाकात भी की थी, हत्या से कुछ घंटे पहले ही.इजराइल के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उसकी खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, ईरान अपने प्रॉक्सी से हमला करवा सकता है. सूत्रों ने कहा कि इजराइल इसके लिए तैयार है.इजराइल सुरक्षा परिषद ने अपनी बैठक में खामेनेई की खुली धमकी के बाद तेल अवीव और हाइफा में अपने सैन्य ठिकानों को मजबूत करने का आदेश दिया है.
ये भी पढ़ें-: