- प्रणीत कुमार उसिरिपल्ली ने प्लेन में दो किशोरों को कांटा चम्मच से हमला किया और एक यात्री को थप्पड़ मारा
- दोषी पाए जाने पर उसे 10 साल तक की जेल, तीन साल तक निगरानी में रिहाई और 250,000 डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है
- उसिरिपल्ली को अमेरिका में बाइबिल अध्ययन के लिए मास्टर प्रोग्राम में इनरॉल किया गया था.
भारत के एक नागरिक- प्रणीत कुमार उसिरिपल्ली पर अमेरिका में शिकागो से जर्मनी जाने वाले प्लेन में दो किशोरों को मेटल के फोर्क (कांटा चम्मच) से कथित तौर पर हमला करने और एक यात्री को थप्पड़ मारने का आरोप लगाया गया है. यह बात मैसाचुसेट्स जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस ने अपने एक बयान में बताई है. कोर्ट के डॉक्यूमेंट के अनुसार, उसिरीपल्ली ने कथित तौर पर एक 17 वर्षीय यात्री के कंधे पर फोर्क से वार किया और फिर बाद में एक अन्य 17 वर्षीय यात्री पर हमला किया और उसी फोर्क से उसके सिर के पीछे वार किया. यह फ्लाइट लुफ्थांसा की थी.
आरोल है कि पहला पीड़ित बीच की सीट पर सो रहा था. जब वह उठा तो उसने उसिरिपल्ली को अपने ऊपर खड़ा पाया, जिसके बाद 28 वर्षीय आरोपी उसिरिपल्ली ने उसके बाएं कंधे पर कांटे से हमला किया और दूसरे पीड़ित पर हमला करने के लिए लपका, जिसके सिर के पिछले हिस्से पर चोट लगी.
जब क्रू मेंबर (फ्लाइट के स्टाफ) ने उसिरिपल्ली को रोकने का प्रयास किया तो उसने एक काल्पनिक पिस्तौल बनाने के लिए अपना हाथ उठाया, उसे अपने मुंह में डाला और ट्रिगर खींचने की एक्टिंग की. इसके बाद वह एक महिला यात्री की ओर मुड़ा और उसे थप्पड़ मार दिया. उन्होंने क्रू मेंबर को थप्पड़ मारने की भी कोशिश की. इस हमले के बाद, फ्लाइट को बोस्टन लोगान इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया गया, जहां उसिरिपल्ली को हिरासत में ले लिया गया. आरोपी के पास वर्तमान में अमेरिका में रहने के लिए "लीगल स्टेटस" नहीं है और उसे स्टूडेंट वीजा पर देश में भर्ती कराया गया था.
उसिरिपल्ली पर अमेरिकी जिला अदालत में अमेरिका के विशेष विमान क्षेत्राधिकार में एक विमान पर यात्रा करते समय शारीरिक नुकसान पहुंचाने के इरादे से खतरनाक हथियार से हमला करने का आरोप लगाया गया है. दोषी पाए जाने पर उसे 10 साल तक की जेल, तीन साल तक निगरानी में रिहाई और 250,000 डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है. प्रेस रिलीज के अनुसार, उसिरिपल्ली को बाइबिल अध्ययन में मास्टर प्रोग्राम में इनरॉल किया गया था.














