सिंगापुर( Singapore) में भारतीय मूल (Indian Origin) के लोगों की तरफ से कानून तोड़ने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. सिंगापुर में अब भारतीय मूल के एक परियोजना प्रबंधक (Project Manager) को एक सरकारी एजेंसी के सहायक इंजीनियर को 33,513 अमेरिकी डॉलर की रिश्वत (Bribe) देने के मामले में सोमवार को सात महीने कारावास की सजा सुनाई गई.‘चैनल न्यूज एशिया' की रिपोर्ट के अनुसार, 52 वर्षीय गणेशन सुप्पियाह ने पब्लिक यूटिलिटीज बोर्ड (PUB) के सहायक इंजीनियर जमालुद्दीन मोहम्मद को रिश्वत देने का एक आरोप और जमालुद्दीन को फर्जी बिल बनाने के लिए उकसाने का एक अन्य आरोप स्वीकार किया है.
चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, गणेशन ने नवंबर 2017 से अगस्त 2018 के बीच जमालुद्दीन को 45,169 सिंगापुरी डॉलर (33,513 अमेरिकी डॉलर) दिए, ताकि उसका काम सुचारू रूप से चलता रहे. गणेशन के वरिष्ठ अधिकारी को अपराध में इस्तेमाल किए गए फर्जी बिल की जानकारी नहीं थीा.
भ्रष्ट आचरण जांच ब्यूरो (CPIB) ने सुनवाई के बाद एक बयान में बताया कि जमालुद्दीन ने जुलाई 2019 में भी पीयूबी की निविदा के लिए बोली लगाने वाली एक कंपनी से रिश्वत लेने का प्रयास किया था, लेकिन उस कंपनी ने जमालुद्दीन के अनुरोध को खारिज कर दिया था, जिसके बाद उसने गणेशन से हाथ मिलाया और उससे फर्जी बिल के जरिए धन प्राप्त करने के मकसद से एक कंपनी का गठन किया.
अदालत को सुनवाई के दौरान बताया गया कि जब ये अपराध किए गए, उस समय गणेशन पाइप वर्क्स और क्रिस्को सिंगापुर कंस्ट्रक्शन दोनों का परियोजना प्रबंधक (प्रोजेक्ट मैनेजर) था.
कुछ दिन पहले ही सिंगापुर (Singapore) में कोविड-19 (Covid) नियमों को ना मानने पर एक भारतीय मूल की महिला को जेल की सजा दी गई थी. महामारी के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों एवं नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में भारतीय मूल की एक महिला को 10 सप्ताह कारावास की सजा सुनाई गयी थी. महिला पर आरोप था कि वह शराब पीने के लिए कई बार अपने घर से बाहर निकली और दोस्तों से भी मिली. 37 साल की लेचिमी (Letchimi) सिंगापुर की नागरिक है लकिन मूल रूप से भारतीय है.