कनाडा में पोते से मिलने गया बुजुर्ग लेकिन स्कूली लड़कियों को करने लगा परेशान, कोर्ट का आदेश- तुरंत भारत भेजो

कनाडा की पुलिस ने कहा कि वहां पहुंचने के तुरंत बाद, जगजीत सिंह ने सारनिया क्षेत्र में एक स्थानीय हाई स्कूल के बाहर स्मोकिंग जोन में अक्सर जाना शुरू कर दिया. यहां उसने कथित तौर पर युवा कनाडाई लड़कियों का यौन उत्पीड़न और उन्हें परेशान किया.

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  • कनाडा में 51 वर्षीय भारतीय व्यक्ति जगजीत सिंह को हाई स्कूल के बाहर लड़कियों को परेशान करने का दोषी ठहराया गया
  • जगजीत सिंह ने स्कूल परिसर के स्मोकिंग जोन में लड़कियों से बार-बार संपर्क कर उनसे तस्वीरें ली
  • आरोपी ने एक लड़की के पर्सनल स्पेस में घुसकर उसे असहज किया और स्कूल से बाहर निकलते समय लड़कियों का पीछा भी किया
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जब कोई भी इंसान भारत के बाहर जाता है तो वह एक तरह से भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करता है, यहां के समाज का प्रतिनिधित्व करता है. लेकिन कनाडा से एक ऐसी खबर आई है जो हर भारतवासी को शर्मसार करती है. 6 महीने के विजिटर वीजा पर कनाडा गए एक 51 वर्षीय भारतीय व्यक्ति को वहां स्कूल के बाहर दो किशोर लड़कियों को आपराधिक रूप से परेशान करने का दोषी ठहराया गया था. अपने नवजात पोते से मिलने के लिए जुलाई में कनाडा के ओंटारियो पहुंचे जगजीत सिंह को अब भारत निर्वासित किया जाएगा और कनाडा में वापस आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

कनाडा की पुलिस ने कहा कि वहां पहुंचने के तुरंत बाद, जगजीत सिंह ने सारनिया क्षेत्र में एक स्थानीय हाई स्कूल के बाहर स्मोकिंग जोन में अक्सर जाना शुरू कर दिया. यहां उसने कथित तौर पर युवा कनाडाई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया और उन्हें परेशान किया. कनाडाई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि वह 8 सितंबर से 11 सितंबर के बीच स्मोकिंग जोन में युवा लड़कियों से बार-बार संपर्क करता था, उनके साथ तस्वीरें लेने का प्रयास करता था और उनसे ड्रग्स और शराब के बारे में बात करता था.

द विन्निपेग सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, शिकायतकर्ताओं में से एक ने पुलिस को बताया कि उसने शुरू में जगजीत सिंह के साथ फोटो लेने से इनकार कर दिया था. लेकिन बाद में इस उम्मीद में फोटो लेने के लिए मान गई कि अगर वह एक बार फोटो लेने देगी तो तो जगजीत सिंह चला जाएगा. लेकिन इसके बजाय, जगजीत सिंह ने कथित तौर पर "खुद को उसके पर्सनल स्पेस पर रखा" और उसके चारों ओर हाथ डालने की कोशिश की. लड़की इससे असहज महसूस करने लगी, खड़ी हो गई और आरोपी के हाथों को दूर कर दिया.

पुलिस ने कहा कि जगजीत सिंह यहीं नहीं रुका और कथित तौर पर उसने स्कूल कैंपस से बाहर निकलते समय लड़कियों का पीछा किया. जगजीत सिंह को अंग्रेजी नहीं आती. 

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दो बार हुई गिरफ्तारी

इस भारतीय व्यक्ति को 16 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था और उस पर यौन हस्तक्षेप और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. कुछ दिनों बाद उसे जमानत मिल गई लेकिन उसी दिन एक नई शिकायत सामने आने के बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. अगले दिन उसे फिर से जमानत मिल गई लेकिन उन्हें एक और रात हिरासत में बितानी पड़ी, क्योंकि उस समय कोई ट्रांसलेटर उपलब्ध नहीं था.

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19 सितंबर को जगजीत सिंह ने सार्निया कोर्ट के अंदर खुद को यौन हस्तक्षेप के लिए दोषी नहीं स्वीकार किया. इसकी जगह उसने आपराधिक उत्पीड़न के दोष को स्वीकार किया. जज ने कहा कि जगजती सिंह का उस हाई स्कूल की प्रॉपर्टी पर जाने का कोई औचित्य नहीं था, कोई काम नहीं था. जस्टिस क्रिस्टा लिन लेस्ज़िंस्की ने कहा, "इस प्रकार का आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."

जगजीत सिंह के वकील ने जज को बताया कि उसके पास 30 दिसंबर को भारत लौटने का टिकट था, लेकिन जज ने उनको तुरंत भारत भेजने (निर्वासन) और कनाडा में उसके प्रवेश पर बैन लगाने का आदेश दिया. उसे तीन साल का प्रोबेशन ऑर्डर भी मिला है. इसके तहत उसके किसी भी लड़की से बात करने या जहां वे रहती हैं, काम करती हैं या स्कूल जाती हैं, वहां जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. उसे अपने नवजात पोते को छोड़कर, 16 साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे के आसपास रहने या उससे बात करने; और किसी भी पूल, स्कूल, खेल के मैदान, पार्क या सामुदायिक केंद्र के 100 मीटर के भीतर होने की इजाजत नहीं होगी.

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