पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान (Imran khan) की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (PTI)की सरकार की पेट्रोलियम के दाम बढ़ाने (Hike in Petroleum Products) के कारण खूब हुज्जत हो रही है. स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान में पेट्रोल की बढ़ी कीमतों के कारण मध्यम वर्ग के लिए जीना मुहाल हो गया है. मंगलवार को इमरान खान (Imran Khan) की सरकार ने "पेट्रोल बम" (Petrol Bomb) गिराया था. पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 12.3 रुपए प्रति लीटर तक का इजाफ़ा किया गया. डॉन अखबार के मुताबिक राजनेता, व्यापारी, किसान और सभी बाकी कामकाजों से जुड़े लोगों ने सरकार के ताजा कदम पर चिंता जताई है. उनके अनुसार इससे एक बार फिर देश में मंहगाई बढ़ेगी और मध्यमवर्गीय कामकाजी वर्ग का जीना मुश्किल हो जाएगा.
पाकिस्तान में जमात-ए-इस्लामी ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए जाने के जवाब में देशभर में गुरुवार और शुक्रवार को विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है. पाकिस्तान में पीपल्स पार्टी ने पहले ही मंहगाई के खिलाफ 27 फरवरी से कराची से इस्लामाबाद के लिए विरोध प्रदर्शन मार्च शुरू करने के घोषणा की हुई है.
पाकिस्तानी अखबार के अनुसार इस बीच पाकिस्तान के किसान बोर्ड के वाइस प्रेसिडेंट अमानुल्लाह चाहथा ने घोषणा की है कि किसान लाहौर में 22 फरवरी को पेट्रोल की कीमतें बढ़ाए जाने के क्रूर फैसले के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा, पेट्रोल के दाम ऐसे समय बढ़ाए गए हैं जब किसान देश में उर्वरकों की चुनौती झेल रहा है.
इमरान खान की सरकार की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक ट्वीट कर कहा," मौजूदा सरकार का हर कदम देश के लिए एक नई तबाही का संदेश लाता है."
दूसरी तरफ पाकिस्तान की मुस्लिम लीग (PML-N) के प्रमुख शाहबाज़ शरीफ ने एक कड़ा संदेश देते हुए कहा कि "पेट्रोल के दाम बढ़ाना भ्रष्ट और झूठी इमरान सरकार का एक और अत्याचारी कदम है."
पाकिस्तान की जनता पहले ही मंहगाई से जूझ रही है और देश की आर्थिक हालत पतली है. ऐसे में विरोधी पार्टियों के प्रदर्शन के बीच इमरान खान के लिए गर्त में जाते बजट घाटे को संभालना मुश्किल हो गया है.