इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच पिछले करीब डेढ महीने से जारी जंग में शुक्रवार से चार दिन के लिए युद्धविराम हुआ था, लेकिन दूसरे ही दिन युद्धविराम को लेकर आशंका जताई जाने लगी है. हमास की सशस्त्र शाखा ने कहा है कि उसने शनिवार को बंधकों की रिहाई के निर्धारित दूसरे दौर में तब तक देरी करने का फैसला किया है जब तक कि इजरायल सहायता ट्रकों को उत्तरी गाजा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे देता है. हमास की अल-कसम ब्रिगेड ने कहा कि अगर इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए सहमत शर्तों का पालन नहीं किया तो बंधकों की रिहाई में देरी होगी.
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, इजरायली मीडिया ने शनिवार को एक अनाम सुरक्षा सूत्र के हवाले से कहा है कि आधी रात तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता तो सेना गाजा में अपना हमला फिर से शुरू कर देगी. यह टिप्पणी चैनल 13 न्यूज, एन12 न्यूज, वाईनेट न्यूज वेबसाइट और अन्य द्वारा प्रसारित की गई थी.
कतर की मध्यस्थता में इजराइल और हमास के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत चार दिनों में 150 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले कुल 50 बंधकों की अदला-बदली की जानी है.
गाजा पट्टी में रखे गए 14 बंधकों को शनिवार को संघर्ष विराम समझौते के दूसरे दिन रिहा किया जाना है, वहीं इजरायल को समझौते के मुताबिक, 42 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना है.
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच पिछले 49 दिन से जारी जंग के बाद चार दिन के लिए युद्धविराम किया गया है. युद्धविराम के पहले दिन शुक्रवार को हमास ने 24 बंधकों को रिहा किया था, जिसमें से 13 इजरायल, थाइलैंड के 10 और फिलीपींस का एक नागरिक शामिल था. इसके बदले में इजरायल की ओर से 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया.
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