चेक गणराज्य में दशकों की सबसे भीषण गोलीबारी देखने को मिली, जिसमें 24 वर्षीय एक बंदूकधारी ने गुरुवार को प्राग विश्वविद्यालय में 15 से अधिक लोगों की हत्या कर दी और दर्जनों घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि हमलावर को भी जवाबी कार्रवाई में मार दिया गया. शहर के केंद्र में हुई इस घातक हिंसा के बाद शहर को खाली कर लिया गया... भारी हथियारों से लैस पुलिस ने बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की और इस दौरान लोगों को घर के अंदर रहने की चेतावनी दी गई.
पहले पिता की हत्या फिर...
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, लीबारी चार्ल्स यूनिवर्सिटी के कला संकाय में हुई, जो 14वीं सदी के चार्ल्स ब्रिज जैसे प्रमुख पर्यटक स्थलों के पास स्थित है. पुलिस प्रमुख मार्टिन वोंद्रासेक ने गोलीबारी के बाद मीडिया को बताया, "15 से अधिक लोगों की जान चली गई है और कम से कम 24 घायल हो गए हैं." वोंड्रासेक ने कहा कि यूनिवर्सिटी में गोलीबारी करने से पहले उस व्यक्ति की तलाश शुरू हो गई थी, क्योंकि उसके पिता प्राग के पश्चिम में होस्टौन गांव में मृत पाए गए थे. हमलावर की पहचान विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में हुई
आरोपी की तलाश करने यूनिवर्सिटी पहुंची थी पुलिस
वोंद्रासेक ने कहा, "बंदूकधारी यह कहते हुए प्राग के लिए रवाना हुआ था कि वह खुद को मारना चाहता है." पुलिस को शक था कि बंदूकधारी ने अपने पिता की हत्या कर दी है. इसलिए पुलिस ने मुख्य कला संकाय भवन की तलाशी ली, जहां बंदूकधारी के व्याख्यान के लिए आने की उम्मीद थी, लेकिन वह पास के संकाय के अन्य भवन में गया और उन्हें वह नहीं मिला.
12 मिनट में हुई कार्रवाई
वोंड्रासेक ने मीडिया से कहा, "1359 जीएमटी पर हमें गोलीबारी के बारे में पहली सूचना मिली. रैपिड एक्शन यूनिट 12 मिनट के भीतर घटनास्थल पर थी. इसके बाद 1420 GMT पर कार्रवाई कर रहे अधिकारियों ने हमें बंदूकधारी के मारे जाने के बारे में बताया." हालांकि, अपुष्ट जानकारी से पता चला कि बंदूकधारी ने खुद को मार डाला था.
आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच का हवाला देते हुए वोंद्रासेक ने कहा कि बंदूकधारी "रूस में इस शरद ऋतु में हुए ऐसे ही मामले" से प्रेरित था... हालांकि उन्होंने ऐसे किसी मामले का विवरण नहीं दिया. उन्होंने कहा, "फिलहाल, किसी और आसन्न खतरे का संकेत देने वाली कोई बात नहीं है." वोंड्रासेक ने कहा कि गुरुवार की कार्रवाई में कोई भी पुलिस अधिकारी घायल नहीं हुआ.
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