थाइलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा पैरोल पर रिहा, 6 महीने से अस्पताल में काट रहे थे सज़ा

थाकसिन को सूर्योदय से ठीक पहले पुलिस जनरल अस्पताल से निकलने वाले कारों के काफिले में देख गया, इस दौरान उन्होंने गर्दन को सहारा देने वाला ‘सपोर्टर’ पहना हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
वह बैंकॉक के एक पुलिस अस्पताल में कैद थे.
बैंकॉक:

थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा को रविवार तड़के बैंकॉक के एक अस्पताल से पैरोल पर रिहा कर दिया गया, जहां उन्होंने भ्रष्टाचार से संबंधित अपराधों के लिए छह माह की सजा पूरी की. थाकसिन को सूर्योदय से ठीक पहले पुलिस जनरल अस्पताल से निकलने वाले कारों के काफिले में देख गया, इस दौरान उन्होंने गर्दन को सहारा देने वाला ‘सपोर्टर' पहना हुआ था. शिनावात्रा एक घंटे से भी कम वक्त में पश्चिमी बैंकॉक स्थित अपने आवास पर पहुंचे.

उनके घर के बाहर द्वार पर ‘‘घर में स्वागत है' और ‘‘ इस दिन का हमें कब से इंतजार था'' जैसे वाक्यों वाले बैनर लगे हुए थे. थाकसिन ने 2001 से सत्ता संभाली थी लेकिन 2006 में तख्तापलट करके उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया था. बाद में उन्हें पद पर रहते हुए सत्ता के दुरुपयोग और अन्य अपराधों का दोषी ठहराया गया था. थाकसिन एक दशक से अधिक समय तक स्व-निर्वासन में थे लेकिन वह अपनी जेल की सजा पूरी करने के लिए पिछले वर्ष अगस्त में वापस आ गए थे.

उन्हें आठ वर्ष की सजा सुनाई गई थी जिसे राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने एक सितंबर को घटा कर एक वर्ष कर दिया था. थाकसिन ने अपनी सजा को राजनीति से प्रेरित बताया था. न्याय मंत्री तावी सोडसॉन्ग ने पिछले हफ्ते थाकसिन की पैरोल की मंजूरी की पुष्टि की. उन्होंने गंभीर बीमारियों से पीड़ित, दिव्यांग या 70 वर्ष से अधिक उम्र के कैदियों को रिहा किए जाने की संभावना का जिक्र किया था. थाकसिन 74 वर्ष के हैं.

वह बैंकॉक के एक पुलिस अस्पताल में कैद थे. विरोधियों का आरोप है कि थाकसिन ने अस्पताल में सजा काटी जो एक प्रकार का विशेषाधिकार है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Election Commission On Bihar SIR: Voter List को लेकर चुनाव आयोग की सभी पार्टियों से अपील
Topics mentioned in this article