ब्राजील के धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के सैकड़ों समर्थकों ने रविवार को पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में धावा बोल दिया. राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने इस हमले की निंदा की. प्रदर्शनकारियों ने हरे और पीले झंडे के कपड़े पहने थे, उनमें से एक समूह के लोग सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर चढ़ गए और वहां उसके आसपास जमा हो गए. सुप्रीम कोर्ट के मुख्यालय को रौंद डाला और रैम्प से प्लानाल्टो प्रेसिडेंशियल पैलेस तक चढ़ गए.
इस घटना ने अमेरिका की कैपिटल हिंसा की यादें ताजा कर दी. राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला, जो अरराक्वारा के दक्षिणपूर्वी शहर में गंभीर बाढ़ से प्रभावित एक क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. उन्होंने ब्रासीलिया में एक संघीय हस्तक्षेप की घोषणा करते हुए एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए, जिससे उनकी सरकार को राजधानी में कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए विशेष अधिकार मिले. उन्होंने कहा, "इन फासीवादी कट्टरपंथियों ने कुछ ऐसा किया है जो इस देश के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया है,"
77 वर्षीय अनुभवी वामपंथी नेता ने चुनावों में बोल्सनारो को हराकर पदभार संभाला था. उन्होंने कहा, "हम पता लगाएंगे कि ये उपद्रवी कौन हैं और कानून की पूरी ताकत के साथ उनसे निपटेंगे." चुनाव में बोल्सोनारो को बुरी तरह से हराने के बाद से लूला को सत्ता संभालने से रोकने के लिए कट्टरपंथी बोल्सोनारो समर्थक ब्राजील में सेना के ठिकानों के बाहर सैन्य हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों की भीड़ रविवार को कांग्रेस भवन की छत पर चढ़ गई. सोशल मीडिया फुटेज में दंगाइयों को कांग्रेस भवन में प्रवेश करने के लिए दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए देखे जा सकता है. फिर सामूहिक रूप से अंदर भागते हुए, सांसदों के कार्यालयों को तोड़ते हुए और विधायिका के फर्श पर स्लोप्ड स्पीकर के डायस का उपयोग स्लाइड के रूप में करते हुए दिखाया गया है. एक वीडियो में बाहर भीड़ को एक पुलिसकर्मी को उसके घोड़े से खींचकर जमीन पर गिराते हुए दिखाया गया है.
पुलिस, जिसने ब्रासीलिया के थ्री पॉवर्स स्क्वायर के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बना रखा था. उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस, प्लानाल्टो और सुप्रीम कोर्ट की क्लासिक इमारतों से दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी. विफल रहने के बाद, सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए घोड़ों पर सवार दंगा पुलिस का इस्तेमाल किया और हेलीकॉप्टरों से आंसू गैस के गोले छोड़े. लेकिन भगदड़ का दृश्य देर शाम तक जारी रहा और तीनों इमारतों पर अभी भी भारी भीड़ जमा थी.
पत्रकारों के एक संघ ने कहा कि कम से कम पांच पत्रकारों पर हमला किया गया, जिसमें एएफपी का एक फोटोग्राफर भी शामिल है, जिसे प्रदर्शनकारियों ने पीटा और उसका सामान चोरी किया. प्रदर्शनकारी सारा लीमा ने एएफपी को बताया कि वे "धोखाधड़ी चुनाव" की समीक्षा की मांग कर रहे थे. बोल्सोनारो, ने आरोप लगाया है कि वह ब्राजील की अदालतों और चुनावी अधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ की गई साजिश का शिकार हुए हैं.
ब्राजील की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की पीली जर्सी पहने 27 वर्षीय प्रोडक्शन इंजीनियर लीमा ने कहा, "इस कपटपूर्ण चुनाव के बाद हमें आदेश को फिर से स्थापित करने की जरूरत है." "मैं यहां इतिहास के लिए, अपनी बेटियों के लिए हूं," सीनेट के अध्यक्ष रोड्रिगो पाचेको ने ट्वीट किया कि वह "इस लोकतंत्र विरोधी विरोध को जोरदार तरीके से खारिज करते हैं, जिसे कानून की पूरी ताकत से दंडित किया जाना चाहिए."
अमेरिका ने कहा कि यह ब्राजील में लोकतंत्र को कमजोर करने के "किसी भी प्रयास की निंदा करता है", जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन इस "स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं." यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने भी निंदनीय को ट्वीट किया. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने ब्राजील के संस्थानों के सम्मान के लिए कहा और लूला को "फ्रांस का अटूट समर्थन" भेजा.
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