बांग्लादेश में 5 अगस्त तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना (Sheikh Hasina) तख्तापलट के बाद से भारत में रह रही हैं. भारत में रहते हुए उन्हें 2 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. गुरुवार को बांग्लादेश (Bangladesh) की एक अदालत ने शेख हसीना की गिरफ्तारी के आदेश दिए. इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी. शेख हसीना 20 साल बांग्लादेश की सत्ता में रहीं. वो 23 जून को 1996 में पहली बार पीएम बनी थीं.
विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पहले शॉर्ट नोटिस पर भारत आई थीं. फिलहाल वो भारत में ही रहेंगी." हालांकि, सरकार ने यह नहीं बताया था कि हसीना भारत में कितने समय तक रुकेंगी. साथ ही उनकी आगे की मंजिल क्या होगी.
बांग्लादेश में निशाने पर अल्पसंख्यक: 49 गैर मुस्लिम शिक्षकों से जबरन लिए गए इस्तीफे
पहले शेख हसीना के भारत से लंदन जाने की अटकलें थी. लेकिन लंदन से उन्हें क्लियरेंस नहीं मिला. इसके बाद उनके अमेरिका और फिनलैंड तक जाने की चर्चाएं थी. अब भारत सरकार का बयान आया है.
कब और किन परिस्थितियों में भारत आईं शेख हसीना?
बांग्लादेश में कई महीनों से आरक्षण को लेकर छात्रों का विरोध-प्रदर्शन चल रहा था. 5 अगस्त को ये हिंसक प्रदर्शन में तब्दील हो गया. प्रदर्शनकारी PM हाउस में घुस आए थे. हालात इतने बिगड़ गए कि शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. उसी दिन वो आनन-फानन में भारत पहुंची थीं. दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजित डोभाल ने उनसे करीब एक घंटे बातचीत की थी. इसके बाद भारत सरकार ने बेहद गोपनीयता और कड़ी सुरक्षा के बीच शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना के रहने का इंतजाम किया था.
"भारत में तब तक चुप रहें, जब तक..." : मोहम्मद यूनुस की शेख हसीना को सलाह
विदेश मंत्री ने दिया था बयान
बांग्लादेश मामले को लेकर सरकार ने अगले दिन सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ''शेख हसीना ने शॉर्ट नोटिस में भारत आने की मंजूरी मांगी. हमें उसी समय बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी का अनुरोध मिला था. फिलहाल वो यहीं रहेंगी. वो डरी हुई हैं. इसलिए आगे का फैसला करने के लिए उन्हें वक्त की जरूरत है. भारत सरकार ने उनसे अपना स्टैंड साफ करने को कहा है."
इससे पहले अमेरिका के वॉशिंगटन में रहने वाले शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा था कि शेख हसीना राजनीति से रिटायरमेंट लेने पर विचार कर रही हैं. वह अब परिवार के साथ समय गुजारना चाहती हैं.
बांग्लादेश कोर्ट ने जारी किया अरेस्ट वॉरेंट
इस बीच बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने गुरुवार को शेख हसीना समेत 45 लोगों के खिलाफ अरेस्ट वॉरेंट जारी किया है. इस लिस्ट में अवामी लीग के टॉप नेताओं का नाम भी शामिल है. उन सभी पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप है.
कट्टरपंथियों को चुभ रहे बांग्लादेश के राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' राष्ट्रगान की कहानी