Explainer: हमास को पूरी तरह तबाह करने के लिए क्या है इजरायल की सैन्य रणनीति?

Israel-Palestine Conflict: अभी तक ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है लेकिन इजरायल की सेना गाजा में घुसकर कई ऑपरेशनों को अंजाम दे रही है.

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इजरायल डिफेंस फोर्स का कहना है कि उसने अपने सैन्य ऑपरेशन का विस्तार किया है.
नई दिल्ली:

Israel-Hamas War: इजरायल डिफेंस फोर्स ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उसके दर्जनों टैंक, बख्तरबंद गाड़ियां आदि गाजा (Gaza) की सीमा के अंदर हैं. वीडियो देखकर साफ तौर पर लग रहा है कि इजरायल अपने ग्राउंड ऑपरेशन के लिए आगे बढ़ रहा है. इजरायल शनिवार को ही गाजा पर एक बड़ा जमीनी हमला बोला है. हालांकि अभी तक फुल फ्लेज़्ड ग्राउंड ऑपरेशन का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है लेकिन इजरायल की सेना गाजा में घुसकर कई ऑपरेशनों को अंजाम दे रही है. 

पहले इसे रेड (Raid)  कहा गया. कहा गया था कि हमास के आतंकवादियों को मारने के साथ-साथ बंधकों का पता लगाने के लिए भी ऐसे रेड डाले जा रहे हैं. फिर पिछले हफ़्ते देखने में आया कि दो बुलडोजर और टैंक गाजा की सीमा में गए. तब हमास ने दावा किया कि जमीनी हमले की इजरायल की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है और इजरायल के सैनिक अपना बुलडोजर और टैंक छोड़कर भागने को मजबूर हुए. हालांकि इजरायल ने कहा कि जब एंटी टैंक मिसाइल मारा गया तभी यह जवाबी कार्रवाई की गई. 

दो दिन पहले भी इजरायल के टैंक और पैदल सेना ने गाजा के अंदर जाकर ऑपरेशन किया और फिर लौट आई. इस बार इजरायल डिफेंस फोर्स का कहना है कि उसने अपने सैन्य ऑपरेशन का विस्तार किया है. इसके क्या मायने हैं, इसका पूरी तरह से खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन मौजूदा समय में इजरायल की सैन्य रणनीति के तीन पहलू नज़र आते हैं. 

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इजरायल की पहली रणनीति

हवाई हमले के ज़रिए हमास के ठिकानों को निशाना बनाना जिससे उसके जवाबी हमले की क्षमता को अधिक से अधिक खत्म किया जा सके. कल रात के हमले में इजरायल ने हमास के हवाई विंग के प्रमुख असेम अबु राकाबा को मार गिराने का दावा किया. अबु राकाबा हमास का ड्रोन, पैराग्राइडर, UAVs  ऑपरेशन देखता था. सात अक्टूबर के आतंकवादी हमले में जो पैराग्लाइडर का इस्तेमाल किया गया था और ड्रोन से आईडीएफ के पोस्ट्स पर हमले किए गए थे उसकी मास्टरमाइंड यही था. तो इस तरह से इजरायल हमास के बड़े ओहदेदारों के खात्मे के लक्ष्य की और बढ़ा रहा है.

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इजरायल की दूसरी रणनीति

छोटे-छोटे जमीनी हमले कर गाजा के अंदर की राह आसान बनाना ताकि जब इजरायल की सेना अंदर जाए तो उस पर घात लगाकर हमले की आशंका कम से कमतर की जाए. इससे अपनी कैजुअल्टी रोकने में मदद मिलेगी.

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इजरायल की तीसरी रणनीति

ग्राउंड अफेंसिव के औपचारिक ऐलान से पहले अपने कई मकसदों को पूरा करना है. अब जैसे इजरायल ने सिफ़ा अस्पताल का एक एनिमेटेड वीडियो जारी कर बताने की कोशिश की है कि किस तरह इस अस्पताल की आड़ में हमास अपना मुख्यालय चला रहा है. इस वीडियो के जरिए बताया गया है कि अस्पताल और उसके नीचे हमास का भूमिगत ठिकाना है.

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युद्ध अपराध के आरोपों का जवाब

जाहिर सी बात है कि जो बात इजरायल पहले से कहता रहा है उन पर अब एनिमेटेड वीडियो के जरिए और जोर दे रहा है. मकसद यह नरेटिव बनाना और लोगों के दिमाग में यह बिठाना है कि अगर उसने इस अस्पताल पर हमला किया तो वो गलत नहीं होगा. खास तौर पर जिस तरह से इजरायल के हमलों में आम लोगों की जान जा रही है और उस पर युद्ध अपराध के आरोप लग रहे हैं ऐसे में इजरायल इस रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है कि दुनिया को पहले ही बता दो कि हमास के अड्डे कहां-कहां हैं और कैसे वह अस्पतालों और वहां मौजूद आम लोगों को अपनी ढाल बनाए हुए है.

पिछली बार जब अस्पताल पर हमला हुआ था तो इजरायल की जमकर आलोचना हुई थी. हालांकि इजरायल ने इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया था और इसे फिलिस्तीनी इस्लामिक जेहाद गुट के रॉकेट के मिसफायर होने की वजह से हुई तबाही बताया था. हालांकि इजरायल ने कई अस्पतालों को खाली करने का हुक्म भी दिया है क्योंकि उसके मुताबिक वहां से हमास अपनी गतिविधियां चला रहा है. 

गाजा पट्टी में हमास के कई ठिकाने तबाह करने का दावा

वैसे तो सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से ही गाजा पर इजरायल ने हवाई हमले शुरू कर दिए थे लेकिन अब यह हर दिन अधिक से अधिक मारक होता जा रहा है. इजरायल की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक बीती रात इजरायली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी गाजा में करीब 150 भूमिगत ठिकानों को निशाना बनाया. यह हमास के ठिकाने थे, ऐसा इजरायल का कहना है. उसका यह भी कहना है कि इन हमलों में हमास के कई आतंकवादी मारे गए. हमास की कई सुरंगों और दूसरे भूमिगत ठिकानों को तबाह करने का दावा किया गया है. 

यमन के हूती गुट ने क्रूज मिसाइल दागी

इजरायल की तरफ से यह भी जानकारी दी गई है कि 27 अक्टूबर की रात यमन के हूती गुट की तरफ से एक क्रूज मिसाइल दागा गया. उसका निशाना इजरायल की तरफ था लेकिन यह मिसाइल मिस्र-इजरायल सीमा के पास गिरा और इसमें मिस्र के छह सुरक्षाकर्मी घायल हुए. यह दूसरी बार है कि हूती गुट ने इजरायल की तरफ मिसाइल हमला किया है. इससे पहले दागे गए मिसाइल को भूमध्यसागर में मौजूद अमेरिकी जंगी जहाज़ से इंटरसेप्ट कर लिया गया था. इजरायल का कहना है कि हूती तेहरान के इशारे पर काम करता है. ईरान हूती और इजरायल के बीच युद्ध भड़काना चाहता है. इजरायल ने ईरान को आगाह किया है कि अगर यमन के हूती गुट की तरफ से हमले करवाना जारी रखा तो नतीजे खराब होंगे. 

हिजबुल्ला गुट की ओर से इजरायल पर हमले

ईरान भी अपनी तरफ से इजरायल को धमका चुका है कि अगर उसने गाजा पर जमीनी धावा बोला तो युद्ध के कई मोर्चे खुलेंगे. लेबनान से हिजबुल्ला गुट की तरफ से भी इजरायल की तरफ हमले हुए हैं. हिजबुल्ला की तरफ से भी एक वीडियो जारी किया गया है और कहा गया है कि अविविम बैरेक के पास उसने इजरायल के मरकावा टैंक को निशाना बनाया है.

ईरान ने अपनी सैन्य अभ्यास का वीडियो भी जारी किया है और साफ संकेत दिया है कि वह पूरी तरह से हमास का साथ देगा. दूसरी तरफ जॉर्डन ने भी कहा है कि गाजा में इजरायल के जमीनी हमले से और बड़ी मानवीय त्रासदी की स्थिति पैदा होगी.

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