ट्विटर के नए मालिक बनते ही एलन मस्क ने इस सोशल मीडिया कंपनी के चार शीर्ष कार्यकारी अधिकारियों को हटा दिया है. जिनमें भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल, कानूनी मामलों के कार्यकारी अधिकारी विजय गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सहगल और जनरल काउंसल सियान एजेट हैं. मामले से परिचित लोगों के अनुसार, सियान एजेट को इमारत से बाहर निकाला गया है. सियान साल 2012 से इस कंपनी से जुड़े हुए थे. ब्लूमबर्ग के मुताबिक कंपनी का मालिक बनने के साथ ही मस्क का पहला मकसद नेतृत्व बदलना है.
शेयरधारकों को प्रति शेयर $54.20 का भुगतान किया जाएगा, और ट्विटर अब एक निजी कंपनी के रूप में काम करेगा. आपको बता दें कि अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट ने एलन मस्क और ट्विटर की कानूनी लड़ाई पर कुछ समय के लिए विराम लगाते हुए ट्विटर खरीद की डील को पूरा करने के लिए एलन मस्क को 28 अक्टूबर 2022 शाम पांच बजे तक का समय दिया था. जिसे उन्होंने अब पूरा कर लिया है.
अग्रवाल को पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर का सीईओ नियुक्त किया गया था. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे और स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके अग्रवाल ने एक दशक से अधिक समय पहले ट्विटर में नौकरी शुरू की थी. उस समय कंपनी में 1,000 से भी कम कर्मचारी हुआ करते थे.
‘न्यूयॉर्क टाइम्स' की खबर के अनुसार, “पिछले साल ट्विटर के सीईओ नियुक्त किए गए अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहासुनी हो गई थी. मस्क ने ‘कंटेंट मॉडरेशन' (ऑनलाइन सामग्री की निगरानी और छंटनी की प्रक्रिया) के मामले में गड्डे की भूमिका की भी सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी.