एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद ही आए दिनों ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सुर्खियों में छाया हुआ है. जब से मस्क ने कंपनी का अधिग्रहण किया है, तब से ट्विटर बदलाव के दौर से गुजर रहा है. मस्क ने एक पोल ट्वीट किया है जिसमें ट्विटर यूजर्स से यह तय करने के लिए कहा गया है कि उन्हें सीईओ के रूप में पद छोड़ना चाहिए या नहीं और उन्होंने वादा किया कि पोल के परिणाम का पालन करेंगे. अब उस ट्विटर पोल के नतीजे आ गए हैं. पोल के नतीजों के अनुसार, 57.5 फीसदी लोगों ने इसका ‘हां' में जवाब दिया है. यानी, पोल में शामिल आधे से अधिक लोग मानते हैं कि मस्क को ट्विटर के सीईओ का पद छोड़ देना चाहिए.
वहीं, 42.5 फीसदी लोगों ने उनके पद पर बने रहने के लिए वोट किया है. इस पोल में 1 करोड़ 75 लाख से भी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था. मस्क ने पोल के सवाल में यह भी लिखा था कि इसका जो भी नतीजा आएगा वह उसे मानेंगे. गौरतलब है मस्क को ट्विटर की कमान संभाले अभी 2 महीने से कम का समय हुआ है. उन्होंने सीईओ बनते समय भी यह बात कही थी कि ये अस्थाई तौर पर किया जा रहा है और वे इस पद को छोड़ देंगे.
ट्विटर के हजारों कर्मचारियों की छंटनी की गई और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित कई विवादास्पद व्यक्तित्वों और संगठनों पर के अकाउंट से प्रतिबंध को हटाया गया. मस्क ने पहले कहा था कि वह ट्विटर के सीईओ के रूप में लंबे समय तक काम नहीं करना चाहते थे, जिससे ये जाहिर हो रहा है कि अब वो किसी और ट्विटर की जिम्मेदारी देंगे. मस्क फिलहाल टेस्ला इंक, स्पेसएक्स, द बोरिंग कंपनी, न्यूरालिंक और मस्क फाउंडेशन के सीईओ हैं. ऐसे में उनकी इस बात को भी लेकर आलोचना की गई कि वो अन्य कंपनियों की अनदेखी कर रहे हैं.
ट्विटर में सीईओ के रूप में उनका कार्यकाल विवादास्पद रहा है, छंटनी के एक बड़े दौर के साथ शुरू हुआ. उन्होंने ट्विटर में मूलभूत परिवर्तन भी किए हैं और भाषण की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के नाम पर प्लेटफॉर्म कांटेन्ट मॉडरेशन क्षमताओं को खत्म करने का काम किया है. मस्क ने हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प के निलंबित खाते को बहाल करने के बारे में ट्विटर उपयोगकर्ताओं पोल कर राय मांगी थी.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि वोट हेरफेर को रोकने के लिए कोई उपाय किए गए थे या नहीं. यह "व्यापक रूप से विविध दृष्टिकोणों वाली सामग्री मॉडरेशन काउंसिल" के माध्यम से केवल सामग्री मॉडरेशन और खाता बहाली के बारे में निर्णय लेने के वादे के बाद आया था. हालांकि, मस्क ने बाद में कंपनी के कर्मचारियों से कहा कि प्रस्तावित परिषद केवल "सलाहकार" होगी और वह वैसे भी ऐसे सभी निर्णयों का अंतिम मध्यस्थ होगा.
इसके यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ऐसी कोई परिषद कभी स्थापित की गई थी, और इस बीच ट्विटर की मौजूदा ट्रस्ट और सुरक्षा परिषद को भी भंग कर दिया गया है. हाल ही में, मस्क ने कई पत्रकारों के खातों पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ एक ऐसे खाते पर प्रतिबंध लगाने के लिए चर्चा में थे, जो बिना सूचना के अपने निजी जेट के आंदोलनों के बारे में सार्वजनिक-डोमेन जानकारी को दोबारा पोस्ट करता है. मस्क ने पहले खुद को "फ्री स्पीच एब्सोल्यूटिस्ट" के रूप में संदर्भित किया है.
ये भी पढ़ें : 'ऑनलाइन गेमिंग' के प्रभाव को लेकर सरकार चिंतित, जल्द ही बन सकते हैं नए कानून : अश्विनी वैष्णव
ये भी पढ़ें : नेपाल: राष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों को नई सरकार बनाने के लिए सात दिन का समय दिया