डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. कुछ देर में उनकी ताजपोशी हो जाएगी. दुनिया अमेरिका की ओर टकटकी लगाए बैठी है. ट्रंप की शपथ से ज्यादा उनके एग्जिक्यूटिव आदेश पर सबकी नजरें हैं. ट्रंप कह चुके हैं कि शपथ के ठीक बाद वह कुछ ऐसा करने जा रहे हैं कि जिसे अमेरिका याद रखेगा. ट्रंप आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे.
दरअसल ट्र्ंप अमेरिका के राष्ट्रपति की सुप्रीम शक्तियों का प्रयोग करेंगे. वह कार्यकारी आदेश जारी करेंगे. अमेरिका के राष्ट्रपति के पास ये कार्यकारी आदेश जारी करने की शक्ति होती है. यह आदेश कानून की तरह ही शक्ति रखते हैं.
इमिग्रेशन, ऊर्जा नीति और संघीय सरकार के संचालन पर बड़े फैसले की उम्मीद
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही इमिग्रेशन, ऊर्जा नीति और संघीय सरकार के संचालन पर बड़े फैसले लेने की उम्मीद है. पूरी दुनिया की निगाहें उनके चुनावी वादों पर लगी होंगी, जिनमें से कुछ को उन्होंने पदभार ग्रहण करने के पहले दिन ही पूरा करने का वादा किया है.
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक ट्रंप ने कार्यालय में अपने पहले दिन 'करीब 100' कार्यकारी आदेश जारी करने का संकल्प लिया है. इनमें से कई ऑर्डर बाइडेन प्रशासन द्वारा लागू किए गए आदेशों को उलटने या समाप्त करने के लिए होंगे.
मैं लगभग 100 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करूंगा - ट्रंप
रविवार को शपथ ग्रहण समारोह से पहले डिनर में दानदाताओं और सहयोगियों की भीड़ को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, "पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटों के भीतर, मैं दर्जनों कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करूंगा - लगभग 100 - जिनमें से कई का मैं कल अपने संबोधन में वर्णन करूंगा."
ट्रंप ने कहा, "अपनी कलम के एक झटके से मैं बाइडेन प्रशासन के दर्जनों विनाशकारी और कट्टरपंथी कार्यकारी आदेशों और कार्रवाइयों को रद्द कर दूंगा, और कल इस समय तक, वे सभी अमान्य हो जाएंगे."
डोनाल्ड ट्रंप के संभावित बड़े फैसले :
- ट्रंप ने देश में अवैध रूप से रह रहे सभी लोगों को निकालने के लिए अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा निर्वासन शुरू करने का वादा किया है.
- रिपब्लिकन नेता ने सीमा बंद करने और अवैध इमिग्रेशन को समाप्त करने की भी बात कही है.
- ट्रंप ड्रग कार्टेल की एक सीरीज को विदेशी आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित करने के लिए भी कदम उठा सकते हैं.
- अपने प्रशासन को अपने पहले कार्यकाल की प्रवासी सुरक्षा प्रोटोकॉल नीति को बहाल करने का निर्देश दे सकते हैं, जिसे आमतौर पर 'मेक्सिको में रहें' के रूप में जाना जाता है.
- सबसे ज्यादा ध्यान ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर होगा, क्योंकि उन्होंने कहा है कि वे मेक्सिको और कनाडा से आयातित सभी वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाएंगे. वे चीन से आने वाले सामानों पर पहले से लगाए गए शुल्कों में 10% टैरिफ जोड़ना चाहते हैं.
- ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने और ग्रीनलैंड व पनामा नहर पर नियंत्रण हासिल करने की बात कही है.
- इसके अलावा उन्होंने मेक्सिको की खाड़ी का नाम अमेरिका की खाड़ी करने की भी बात कही.
इन अपेक्षित कार्यकारी आदेशों को संभवतः तत्काल कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
ट्रंप ने देश की दक्षिणी सीमा का जिक्र करते हुए अपनी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्साहित समर्थकों से कहा था, ‘‘मैं देश की सीमा को बंद करके और दीवार निर्माण का काम कार्य पूरा करके अवैध आव्रजन संकट को समाप्त करूंगा. दीवार का अधिकतर हिस्सा मैंने पहले ही बनवा दिया है.''
ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान संकल्प जताया था कि अगर वह व्हाइट हाउस लौटते हैं, तो ‘‘महंगाई पूरी तरह से खत्म हो जाएगी.''
ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पर बधाई दिए जाने के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का वचन दिया था.
डोनाल्ड ट्रंप
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ फॉर पॉलिसी का पद संभालने जा रहे स्टीफन मिलर ने रविवार दोपहर को वरिष्ठ कांग्रेसी रिपब्लिकन के साथ एक कॉल पर उनमें से कुछ कार्रवाइयों पर चर्चा की. मिलर ने सांसदों के साथ ब्रीफिंग में इमिग्रेशन संबंधी कार्रवाई पर चर्चा की, जिसमें ट्रंप द्वारा सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल लागू करना शामिल है.
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी चुनाव में जबरदस्त जीत मिलने के बाद 47वें राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के कुछ हफ्तों में ही दुनिया को यह पता चल जाएगा कि उनका दूसरा कार्यकाल विश्व और अमेरिका के लिए कैसा रहने वाला है.
ट्रंप कैपिटल रोटुंडा में पद की शपथ लेंगे, जिस पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं. ट्रंप एक व्यवसायी, रियल एस्टेट कारोबारी और रियलिटी टीवी स्टार होने से लेकर देश के इतिहास में पहले ऐसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिन्हें अपराधी घोषित किया गया.
पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान के दौरान दो जानलेवा हमलों से बचने के बाद भी ट्रंप (78) मैदान में मजबूती से डटे रहे और अब अमेरिकी मतदाताओं ने उन्हें दूसरा कार्यकाल दिया है. उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी और उसकी उम्मीदवार कमला हैरिस के कई समर्थकों के सपनों को भी चकनाचूर कर दिया, जो पहली बार किसी महिला के राष्ट्रपति बनने का ख्वाब देख रहे थे.
ट्रंप अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले सबसे उम्रदराज शख्स
वो अब अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले सबसे उम्रदराज शख्स हैं. 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद पद छोड़ने से लेकर 2024 की दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामांकन तक, ट्रंप निरंतर समाचार पत्रों की सुर्खियों और अमेरिकियों के मन-मस्तिष्क पर हावी रहे.
उन्होंने नवंबर 2020 के चुनाव के नतीजों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था जब जो बाइडन राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे. इसके बाद ट्रंप के समर्थकों ने छह जनवरी को ‘‘कैपिटल'' (संसद भवन) पर धावा बोल दिया. दंगों, उपद्रव ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को बाधित कर दिया, जहां राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों की पुष्टि की प्रक्रिया जारी थी.
वर्ष 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए तीसरी बार मुकाबले में उतरने के साथ वह कई अभियोगों और आपराधिक मामलों का सामना कर रहे थे और न्यूयॉर्क की एक अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया. इस तरह वह किसी अपराध के लिए दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं.
‘ग्रैंड जूरी' ने उन्हें व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 मामलों में भी दोषी पाया. उस समय बाइडन-हैरिस की प्रचार टीम ने कहा था कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, जबकि ट्रंप ने इस फैसले को राजनीतिक व्यवस्था में ‘‘धांधली'' का नतीजा बताया.
शपथ ग्रहण से कुछ ही दिन पहले, ट्रंप को चुप रहने के लिए धन देने के मामले में कोई सजा नहीं सुनाई गई, तथा न्यायाधीश जुआन मर्चेन ने उन्हें बिना शर्त बरी कर दिया.
इस सबके दौरान, उनके उत्साही समर्थक उनके और उनकी नीतियों के पीछे एकजुट रहे हैं, जिनमें अर्थव्यवस्था और आव्रजन से संबंधित मुद्दे भी शामिल हैं.
जुलाई में मिल्वॉकी में ट्रंप के लिए यह प्रबल समर्थन पूरी तरह से देखने को मिला, जब हत्या के प्रयास की घटना में बच जाने के बाद उनके कान पर पट्टी बंधी हुई थी, और वे लगातार तीसरे चुनाव के लिए राष्ट्रपति पद के लिए पार्टी के नामांकन को औपचारिक रूप से स्वीकार करने को लेकर रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में पहुंचे. पेंसिल्वेनिया में ट्रंप की चुनावी रैली में एक हमलावर द्वारा कई गोलियां चलाए जाने के कारण उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लग गई थी.
14 जून, 1946 को डोनाल्ड ट्रंप का जन्म
क्वींस, न्यूयॉर्क में 14 जून, 1946 को मैरी और फ्रेड ट्रंप के घर पैदा हुए ट्रंप एक सफल रियल एस्टेट डेवलपर हैं. डोनाल्ड ट्रंप पांच भाई बहनों में से चौथे नंबर पर हैं. उन्होंने 1968 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के ‘व्हार्टन स्कूल ऑफ फाइनेंस एंड कॉमर्स' से वित्त में डिग्री हासिल की.
वर्ष 1971 में अपने पिता की कंपनी को संभालने के बाद, उन्होंने इसका नाम बदलकर ट्रंप ऑर्गनाइजेशन रख दिया और जल्द ही होटल, रिसॉर्ट, आवासीय और वाणिज्यिक भवन, कैसीनो और गोल्फ कोर्स जैसी परियोजनाओं तक कारोबार का विस्तार किया. ट्रंप ने 2004 में ‘द अप्रेंटिस' के साथ रियलिटी टीवी में भी हाथ आजमाया, जिसने उन्हें अमेरिका में घर-घर में मशहूर कर दिया.
ट्रंप ने चेक एथलीट और मॉडल इवाना जेलनिकोवा से शादी की, लेकिन 1990 में उनसे तलाक ले लिया. इवाना से उनकी तीन संतानें हैं- डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक. इसके बाद ट्रंप ने 1993 में अभिनेत्री मार्ला मेपल्स से शादी की, लेकिन 1999 में तलाक हो गया. उनका एक ही बच्चा है, टिफनी. ट्रंप की मौजूदा पत्नी मेलानिया एक पूर्व स्लोवेनियाई मॉडल हैं, जिनसे उन्होंने 2005 में शादी की थी. उनका एक बेटा है, बैरन विलियम ट्रंप.
2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराया
ट्रंप ने 2016 के राष्ट्रपति पद की दौड़ में रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराया था. 2024 का चुनाव अर्थव्यवस्था, अवैध अप्रवास और पश्चिम एशिया तथा यूरोप में युद्धों से जुड़ी चिंताओं की पृष्ठभूमि में हुआ. ट्रंप के समर्थकों ने उन्हें ही इन समस्याओं का समाधान सुझाने वाला व्यक्ति माना.
अगले राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप का चार साल का कार्यकाल न केवल यह निर्धारित करेगा कि अमेरिका अपने घरेलू मुद्दों से कैसे निपटता है, बल्कि दुनिया में उसकी हैसियत को भी निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा.