चीनी जासूसी गुब्बारे ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों से जुटाई खुफिया जानकारी: रिपोर्ट

रॉयटर्स के अनुसार एनबीसी ने दो वर्तमान वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि काफी ऊंचाई वाला यह गुब्बारा, बीजिंग द्वारा नियंत्रित था.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
चीनी जासूसी गुब्बारे को लेकर अमेरिका का बड़ा खुलासा
नई दिल्ली:

अमेरिका के ऊपर से उड़ने वाला चीनी जासूसी गुब्बारा USA के सैन्य ठिकानों की खुफिया जानकारी जुटाने में सक्षम था. इतना ही नहीं बाइडेन प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी यह गुब्बारा खूफिया सूचनाएं जुटाने के तुरंत बाद ही उसे फौरन बीजिंग भी भेज देता था. इस बात का खुलासा NBC की हालिया रिपोर्ट में हुआ है. रॉयटर्स के अनुसार एनबीसी ने दो वर्तमान वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि काफी ऊंचाई वाला यह गुब्बारा, बीजिंग द्वारा नियंत्रित था. और इसने अमेरिका के कई सैन्य ठिकानों के ऊपर से कई बार उड़ान भी भरी थी. हालांकि, इसे अमेरिकी प्रशासन द्वार इसी साल चार फरवरी को मार गिराया गया था. 

NBC रिपोर्ट के अनुसार तीन अधिकारियों ने ये बात भी मानी कि यह गुब्बारा जानकारी लेने के तुरंत बाद ही उन जानकारियों को बीजिंग भेजने में सक्षम था. NBC के अनुसार अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने जो खुफिया जानकारी एकत्र की, वह ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक संकेतों से थी, जिसे हथियार प्रणालियों से उठाया जा सकता है या छवियों के बजाय सैन्य बेस पर मौजूद सैनिकों के मोबाइल से भी लिया जा सकता है.

हालांकि, इन तमाम दावों को लेकर अमेरिकी अधिकारी तुरंत टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे. बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय और वाशिंगटन में चीनी दूतावास ने टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया.

Advertisement

गौरतलब है कि अमेरिका ने इसी साल फरवरी में चीन के इस जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. उस दौरान अमेरिका के द्वारा  बयान भी जारी किया गया था. अमेरिका ने दावा किया था कि बलून उत्तरी अमेरिका के संवेदनशील सैन्य स्थलों की जासूसी कर रहा है. एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने "राष्ट्रीय सुरक्षा प्रयास" कहे जाने के बीच दिन में तीन दक्षिण-पूर्वी हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था. फॉक्स न्यूज और सीएनएन ने इस ऑपरेशन की सूचना दी.

Advertisement

स्थानीय मीडिया के फुटेज में एक छोटा विस्फोट दिखा, जिसके बाद गुब्बारा पानी में गिर गया.ऑपरेशन को इस तरह से प्लान किया गया था कि सारा मलबा समुद्र में गिर जाए. जितना संभव हो उतना मलबा निकालने के लिए जहाजों को तैनात किया गया था. गुब्बारे को गिराए जाने के कुछ घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुब्बारे के मामले को देखने की कसम खाई थी. पत्रकारों द्वारा चीन के साथ संबंधों और बैलून घटना पर टिप्पणी करने के लिए कहने पर बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा, "हम इस पर ध्यान देंगे."

Advertisement
Featured Video Of The Day
Mohan Bhagwat के बयान के बाद मंदिर-मस्जिद विवादों पर लगेगी रोक? | Yogi Adityanath | Sambhal |Muqabla
Topics mentioned in this article