China-Taiwan युद्ध के बढ़ते खतरे के बीच कतर से इस देश में मिली शांति की उम्मीद

अफ्रीकी देश चाड की सैन्य सरकार पड़ोसी देशों में ‘‘हस्ताक्षर करने वाले समूहों के खिलाफ कोई भी सैन्य या पुलिसिया कार्रवाई न करने’’ पर राजी हो गयी है.

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Qatar में Chad के सैन्यशासक और 40 से अधिक विद्रोही गुटों के बीच हुआ शांतिवार्ता समझौता
दुबई:

एक तरफ जहां ताइवान (Taiwan) के निकट चीन (China) का सैन्य अभ्यास अपनी पिछली समयसीमा के बाद भी जारी है और ताइवान कह रहा है कि यह चीन की मुख्यद्वीप पर हमले की तैयारी है, केंद्रीय अफ्रीकी देश चाड (Chad) में संघर्षरत सैन्य सरकार और कुछ विद्रोही समूहों ने कतर (Qatar) की राजधानी दोहा में सोमवार को एक शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने अफ्रीकी देश में इस महीने के आखिर में होने वाली राष्ट्रीय सुलह वार्ता के मद्देनजर शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए.

बहरहाल, मुख्य विद्रोही समूह ‘फ्रंट फॉर चेंज एंड कॉन्कोर्ड इन चाड'  (Front for Change and Concord in Chad (FACT) शपथपत्र की शर्तों पर राजी नहीं हुआ और उसने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए.

दोहा में हुए समझौते की शर्तों के तहत जिन लोगों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं वे चाड की राजधानी एन'जमेना में 20 अगस्त को होने वाली वार्ता के मद्देनजर संघर्ष विराम पर राजी हो गए हैं.

चाड की सैन्य सरकार पड़ोसी देशों में ‘‘हस्ताक्षर करने वाले समूहों के खिलाफ कोई भी सैन्य या पुलिसिया कार्रवाई न करने'' पर राजी हो गयी है.

चाड के मुख्य विद्रोही समूह पर लंबे समय तक देश के राष्ट्रपति रहे इदरिस डेबी इटनो की 2021 में हत्या करने का आरोप है.

‘अल जजीरा' समाचार चैनल ने जुलाई में बताया था कि 20 से अधिक विद्रोही समूह दोहा वार्ता से पीछे हट गए हैं. उन्होंने सैन्य सरकार पर ‘‘उत्पीड़न, धमकियां और भ्रामक सूचनाएं'' देने का आरोप लगाया था.

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