पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि पाकिस्तान में अफगानिस्तान से हमलों को रोकने और सीमा सुरक्षा बढ़ाने में मदद करने के लिए अमेरिका इस्लामाबाद को धन देने को इच्छुक है. रविवार को मीडिया में आई एक खबर में यह कहा गया है. डॉन अखबार की खबर के अनुसार, 14-21 दिसंबर के दौरान अमेरिका की यात्रा करने वाले भुट्टो ने कहा कि उन्होंने 2023 में दी जाने वाली सीमा सुरक्षा धनराशि के विषय में वरिष्ठ अमेरिकी सांसदों के साथ बातचीत की है.
भुट्टो ने अपनी इस यात्रा के दौरान अमेरिका के शीर्ष नीति-निर्माताओं से बातचीत की तथा जी-77 और चीन के बीच मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की अध्यक्षता की. जी-77 संयुक्त राष्ट्र में विकासशील देशों का सबसे बड़ा वार्ताकार समूह है. भुट्टो ने सवालों का जवाब देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘ दो वरिष्ठ सांसदों-- न्यूजर्सी के बॉब मेनेडेंज और दक्षिण कैरोलिना के लिंडसे ग्राहम ने मुझे बताया कि वे ‘‘हमें सीमा सुरक्षा में मदद पहुंचाने के लिए 2023 के बजट में वित्त मुहैया कर रहे हैं.''
भुट्टो ने कहा कि सांसद मेनेडेंज अमेरिकी संसद के सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष हैं, जबकि वरिष्ठ रिपब्लकन सांसद ग्राहम सीनेट की न्याय समिति के अध्यक्ष हैं. वाशिंगटन में 19 दिसंबर को अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में इस बात का जिक्र किया था कि अफगानिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे प्रतिबंधित संगठनों ने पाकिस्तानी लक्ष्यों पर हाल में हमले तेज कर दिये हैं. उन्होंने ‘‘ लगातार बढ़ रहे इस खतरे से निपटने के लिए अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को मदद करने' की पेशकश की थी.''
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