ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी में गहरे विभाजन के मद्देनजर लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद पार्टी नेता और प्रधानमंत्री पद को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है. लेकिन सट्टेबाजों की पसंद भारतीय मूल के ब्रिटिश व पूर्व चांसलर ऋषि सुनक बने हुए हैं. पिछले महीने नेतृत्व के लिए हुए चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे सुनक ने ट्रस के लघु बजट से आर्थिक संकट आने का पूर्वानुमान लगाया था और उन्हें अब 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास) के लिए मुफीद माना जा रहा है.
सट्टेबाजी संस्था ऑडचेकर के मुताबिक 42 वर्षीय सुनक 55 प्रतिशत पसंदीदा राय ले कर साथ सबसे आगे चल रहे हैं जबकि 29 प्रतिशत की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सत्ता में वापसी की उम्मीद जताई जा रही है. तीसरे स्थान के लिए हाउस ऑफ कामन (संसद के निचले सदन)की नेता पेनी मोरडांट का नाम उभर रहा है जो पिछले नेतृत्व चुनाव में लिए संसदीय मतों के पहले चरण के चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थीं.
सुनक को खुले तौर पर समर्थन करने वाले करीब 50 सांसदों में शामिल डोमनिक राब ने ट्वीट किया, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री पद के लिए सुनक का समर्थन करता हूं. उनके पास ब्रिटिश लोगों की सेवा के लिए सरकार में बेहतरीन प्रतिभाओं को लाकर वित्तीय स्थिरता को बहाल करने, महंगाई को कम करने और कर कटौती और कंजर्वेटिव पार्टी को एकजुट रखने की योजना और विश्वसनीयता है.''
विपक्ष द्वारा तत्काल मध्यावधि चुनाव कराने की मांग की जा रही है. वहीं सत्तारूढ़ दल में ट्रस के उत्तराधिकारी के चुनाव को लेकर ऊहापोह की स्थिति है. पार्टी को तय करना है कि पद संभालने के 44 दिनों के भीतर इस्तीफा देने वाली ट्रस का उत्तराधिकारी कौन होगा.
कंजर्वेटिव पार्टी के नियमों के मुताबिक प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए कम से कम 100 सांसदों का समर्थन होना चाहिए जिसकी मियाद सोमवार को स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजे समाप्त हो रही है. ‘पार्टी गेट' का सामना कर चुके जॉनसन के बारे में मानना है कि उनकी वापसी के लिए करीब 140 सांसद समर्थन कर रहे हैं.
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