स्पेन में अब तक के सबसे भयावह भूकंप के एक दिन बाद ला पाल्मा द्वीप पर ज्वालामुखी सुलग उठा. पिछले 6 सप्ताह से सुलग रहे ज्वालामुखी ने रविवार को काफी मात्रा में राख उगली है. यूरोपीय संघ की उपग्रह निगरानी सेवा के आंकड़ों से पता चला है कि ज्वालामुखी रिज से अटलांटिक महासागर की ओर उतरते हुए लावा प्रवाह ने 19 सितंबर को विस्फोट शुरू होने के बाद से 970 हेक्टेयर यानि लगभग 2,400 एकड़ ज़मीन को अपनी चपेट में ले लिया.
ढलान के रास्ते में, पिघली हुई चट्टान ने 2,000 से अधिक इमारतों को नष्ट कर दिया है, जिसके कारण करीब 7,000 से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी पड़ी. हालांकि, कैनरी द्वीप समूह के अधिकारियों की माने तो लावा के संपर्क में आने या अक्सर ज्वालामुखी विस्फोट से वातावरण में फैली जहरीली गैसों के बीच सांस लेने के कारण अब तक कोई हताहत नहीं हुआ है.
जानकारों ने मुताबिक, यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि विस्फोट कब रुकेगा क्योंकि सतह पर उभरने वाले लावा, राख और गैसें जटिल भूगर्भीय गतिविधि का प्रतिबिंब हैं जो पृथ्वी के नीचे और वर्तमान में उपलब्ध तकनीक की पहुंच से बहुत दूर हैं.
स्पैनिश ज्योग्राफिक इंस्टीट्यूट या आईजीएन के मुताबिक शनिवार के तड़के 5 तीव्रता का भूकंप न केवल ला पाल्मा पर महसूस किया गया, बल्कि कैनरी द्वीपसमूह के पश्चिमी छोर पर एक पड़ोसी द्वीप ला गोमेरा में भी महसूस किया गया.