इज़रायली जेल अधिकारियों ने कहा कि तीस फिलिस्तीनी कैदियों को बुधवार रात में रिहा कर दिया गया. ये कुछ ही घंटों में खत्म होने वाले विस्तारित संघर्ष विराम समझौते के तहत अंतिम आदान-प्रदान था.
देश की जेल सेवा ने एक बयान में कहा, "रात के दौरान, 30 पुरुष और महिला सुरक्षा कैदियों को कई जेल सुविधाओं से रिहा कर दिया गया."
रिहा किए गए लोगों में 22 वर्षीय एक्टिविस्ट अहद तमीमी भी शामिल है, जो इज़रायली कब्जे को चुनौती देने वाली फिलिस्तीनियों के लिए एक प्रमुख व्यक्ति बन गई है.
उन्हें एक इंस्टाग्राम पोस्ट के लिए हिरासत में लिया गया था, जिससे उनके परिवार ने इनकार किया है, जिसमें इज़रायली सूत्रों ने कहा था कि उन्होंने इज़रायलि. यों के नरसंहार का आह्वान किया था और हिटलर का संदर्भ दिया था.
उनकी मां नरीमाने, जिनके पति को भी हिरासत में लिया गया है, ने कहा कि अहद सोशल मीडिया अकाउंट भी नहीं खोल पा रही है.
ग़ाज़ा से बंधकों के छठे जत्थे को मुक्त कराए जाने के बाद रातोंरात की गई रिहाई से इज़रायल द्वारा युद्धविराम समझौते के तहत मुक्त किए गए फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या 210 हो गई है.
हमास और ग़ाज़ा में अन्य आतंकवादियों ने समझौते के तहत 70 इज़रायलियों को रिहा कर दिया है. साथ ही युद्धविराम ढांचे के बाहर अन्य राष्ट्रीयताओं के लगभग 30 बंधकों को भी रिहा कर दिया है.
रिहा किए गए बंधकों और कैदियों का दोस्तों और परिवार ने जश्न मनाकर स्वागत किया है, लेकिन ओफ़र जेल के बाहर फ़िलिस्तीनियों और इज़रायली सुरक्षा बलों के बीच कई रातों से झड़पें हो रही हैं.
फ़िलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने कहा कि रात भर जेल के बाहर आग लगने से पाँच लोग घायल हो गए, जिनमें से एक गंभीर रूप से घायल हो गया.
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