फिर अमेरिका में 23 वर्षीय भारतीय मूल के छात्र का मिला शव, इस साल की पांचवीं घटना

इससे पहले अमेरिका में कई भारतीय छात्रों को निशाना बनाया जा चुका है.  पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य के मृत पाए जाने के बाद श्रेयस रेड्डी की भी हत्या की जा चुकी है. अमेरिका के जॉर्जिया में रहने वाले विवेक सैनी की भी हत्या की जा चुकी है. 

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जांच अधिकारियों ने बताया कि शव को जांच के लिए भेज दिया गया है.

अमेरिका में इन दिनों भारतीय छात्र बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं. आए दिन भारतीय छात्रों को यहां निशाना बनाया जा रहा है. भारतीय मूल के 23 वर्षीय छात्र का शव मिलने से हड़कंप मच गया है. देखा जाए तो इस साल ये 5वीं घटना है. वॉरेन काउंटी कोरोनर के कार्यालय ने एक बयान में पुष्टि की है कि इंडियाना के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की पढ़ाई करने वाले समीर कामत का शव एक पार्क में मिला है.

बयान में कहा गया है कि 23 वर्षीय ने अगस्त 2023 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री पूरी की थी और उसके पास अमेरिकी नागरिकता थी. जानकारी के मुताबिक, समीर 2025 में अपना डॉक्टरेट प्रोग्राम पूरा करने वाले थे.

जांच अधिकारियों ने बताया कि शव को जांच के लिए भेज दिया गया है. शव परीक्षण के बाद रिपोर्ट जल्द ही जारी की जाएगी.

इससे पहले अमेरिका में कई भारतीय छात्रों को निशाना बनाया जा चुका है.  पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य के मृत पाए जाने के बाद श्रेयस रेड्डी की भी हत्या की जा चुकी है. अमेरिका के जॉर्जिया में रहने वाले विवेक सैनी की भी हत्या की जा चुकी है. 

इन घटनाओं ने संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले 300,000 से अधिक भारतीय मूल के छात्रों की चिंतित किया है. इन घटनाओं के कारण भारतीय समुदाय के छात्रों के सामने कई चुनौतियां सामने आ रही हैं. उन्हें मानसिक तनाव, अकेलापन जैसी चीज़ों में धकेल रहा है. विशेषज्ञों ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए जागरूकता और सहायता प्रणालियों में वृद्धि की आवश्यकता पर जोर दिया है.

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