सीबीआई के स्पेशल जज बृजगोपाल हरिमोहन लोया की मौत के बाद की प्रक्रियाओं को लेकर कैरवां पत्रिका में जो सवाल उठे हैं, उसके समानांतर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट आ गई है. कुछ जगहों पर एक्सप्रेस की रिपोर्ट कैरवां की रिपोर्ट को काटती है तो कुछ जगहों पर एक्सप्रेस की रिपोर्ट को लेकर ही नए संदेह खड़े हो जाते हैं. अच्छा होता कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट संज्ञान लेता और ऐसी जांच समिति बनती जो सबसे पहले जज लोया के परिवारवालों में सिस्टम और समाज के प्रति भरोसा पैदा करे. परिवार के लोगों को ही सामने आकर यह जोखिम उठाना होगा क्योंकि बात उन्हीं से शुरू हुई थी.