केंद्र औऱ किसानों के बीच कृषि कानूनों (Farm laws) पर मंगलवार को वार्ता होनी है. किसानों का कहना है कि कृषि कानून वापस लेने के साथ सरकार को MSP पर कानून बनाना चाहिए. आप सांसद संजय सिंह ने कहा है कि गुपचुप अध्यादेश की जगह कृषि कानून लाया गया. चर्चा होती तो ये बिल पारित नहीं हो सकते थे. गतिरोध तब तक खत्म नहीं होता, जब तक ये कानून वापस नहीं होते. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें भी लागू नहीं कर रही. हम मांगे माने जाने तक डटे रहेंगे. बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र ने कहा कि छोटे किसान कानूनों का समर्थन कर रहे हैं. कृषि सुधार लंबे समय से प्रतीक्षारत हैं.
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