बहुत आम है की दवाएं बहुत ज्यादा महंगी हो रही है छोटी मोटी बीमारियों के लिए भी डॉक्टर का पर्चा आपकी जेब लगभग खाली कर देता है. और ये शिकायत ये भी है कि डॉक्टर इस तरह की ब्रांडेड दवाओं के नाम लिखते हैं जो बहुत महंगी होती है.राष्ट्रीय मेडिकल आयोग ने डॉक्टरों को आदेश दिया है कि वो जेनरिक दवाई ही लिखें.