महाराष्ट्र में नई सरकार बनने का नाम ही नहीं ले रही. 24 अक्टूबर को जब नतीजे आए थे तो आंकलन यही था कि यहां तो बीजेपी शिवसेना की सरकार आसानी से बनेगी. दोनों सबसे पुराने सहयोगी हैं. बहुमत के आंकड़े से बहुत आगे हैं लेकिन हालात हैरान करने वाले हैं. मुख्यमंत्री पद पर मामला अटक गया है. ऐसा अटका की दूरियां बढ़ती दिख रही हैं. पहले लगा की दबाव की राजनीति हो रही है लेकिन नेताओं के बयान हालात को और पेचीदा बना रहे हैं. हालांकि एक पक्ष ये भी कह रहा है कि 5 तारीख को वानखेड़े स्टेडियम में बीजेपी शिवसेना की सरकार शपथ लेगी और फडनवीस मुख्यमंत्री बनेंगे...वाकई ?