तत्कालीन डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में इस बात की पुष्टि की है कि सेना की दो टुकड़ियों के दिल्ली की तरफ बढ़ने से सत्ता में शीर्ष स्तर पर घबराहट पैदा हो गई थी, हालांकि यह रूटीन मूवमेंट था। रक्षामंत्री एके एंटनी ने एक बार फिर इसका खंडन किया है। एंटनी के मुताबिक रक्षा सचिव ने संसदीय स्थायी समिति के सामने भी कहा था कि यह रूटीन अभ्यास था।