सियासत में आते ही कांग्रेस उम्मीदवार उर्मिला मातोंडकर का सामना ट्रोल्स से हुआ. यहां तक की उनकी एक सभा में हंगामा भी हुआ जिसके बाद उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है. ट्रोलर्स ने उनके मज़हब को लेकर सवाल पूछे, उन्हें लेकर अफवाहें तक फैलाई गईं. यहां तक कि उनकी मां का मजहब तक पूछा गया. उर्मिला का कहना है कि इन चीजों को वो वैचारिक हिंसा मानती हैं.